संभल हादसे में सात लोगों की मौत के बाद प्रशासन सख्त, गंगा एक्सप्रेसवे पर अवैध रूप से दौड़ रहे वाहन बंद
संभल में गंगा एक्सप्रेसवे पर अवैध कटों के कारण हुए हादसे के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। कई अवैध कटों को बंद कर दिया गया है, लेकिन उझारी और पंडका के बीच अभी भी एक कट खुला है। पिछले कुछ महीनों में एक्सप्रेसवे पर कई हादसे हुए हैं, जिनमें 15 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन ने लोगों से एक्सप्रेसवे पर सफर न करने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, अमरोहा। संभल जिले में गंगा एक्सप्रेसवे पर अवैध रूप से दौड़ रहे वाहनों के कारण हुए हादसे के बाद प्रशासन ने अवैध कटों को पत्थर लगाकर बंद कर दिया हैं। हालांकि उझारी और पंडका के बीच अब भी अवैध रूप से बनाया गया कट खुला हुआ है। तमाम चेतावनी के बाद भी लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं।
गुरुवार शाम संभल में गंगा एक्सप्रेसवे पर आदमपुर के एक ही परिवार के छह लोगों की मृत्यु हो गई थी। शुक्रवार को दैनिक जागरण की टीम ने हसनपुर तहसील क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे की लाइव पड़ताल की।
तहसील क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे पाइंदापुर गंगा नदी के पुल से शुरू हुआ है और पांडली गांव के बाद संभल जिले में प्रवेश करता है। गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई 23.60 किमी है। नियम के मुताबिक गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए प्रत्येक जिले में एक जगह टी प्वाइंट दिया गया है।
अमरोहा जनपद में टी प्वाइंट हसनपुर तहसील क्षेत्र में मंगरौला के पास बना है। बावजूद गंगा एक्सप्रेसवे पर कई जगह बाइक व कार के चढ़ने और उतरने के लिए अवैध कट बना रखे हैं। सबसे पहले टीम मंगरौला टी प्वाइंट पर पहुंची। यहां गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए बने रास्ते को पत्थर लगाकर बुलडोजर से बंद किया जा रहा था।
मंगरौला में ही दूसरी साइड पर पत्थर लगाकर पूरी तरह से गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़ने का रास्ता बंद किया हुआ था। लेकिन गंगा एक्सप्रेसवे पर न केवल कार दौड़ती हुई दिखाई दी। बल्कि बाइक सवार डिवाइडर लगा होने के बाद भी गंगा एक्सप्रेसवे पर जबरदस्ती चढ़ने के लिए जिद्दोजहद कर रहे थे।
उधर, गंगा एक्सप्रेसवे पर संभल की दिशा से अपनी कारों में सवार होकर सफर कर रहे थे। हापुड़ निवासी राजेंद्र प्रसाद और मेरठ निवासी नरेश अग्रवाल तहसील क्षेत्र में रास्ता बंद मिलने पर काफी देर तक गंगा एक्सप्रेसवे से नीचे उतरने के लिए भटकते रहे।
काफी मशक्कत के बाद उन्हें गंगा एक्सप्रेसवे से नीचे उतरने के लिए रास्ता दिया गया। अन्य कई कार सवार लोग भी गंगा एक्सप्रेसवे पर भटकते हुए दिखाई दिए। क्षेत्र के गारवपुर गांव के पास भूतखेड़ा की चामुंडा के पास गंगा एक्सप्रेसवे पर बनाया गया अवैध कट शुक्रवार को ही पिलर लगाकर बंद किया गया है।
बताया जा रहा है कि हादसे से पहले आदमपुर का कार सवार परिवार संभल के बहजोई के पास लहरा में लगे अवैध कट से गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़े थे और उन्हें खिन्नी आकर टी प्वाइंट पर उतरना था। लेकिन दो किमी पहले ही हादसा हो गया था।
शुभारंभ से पहले दुखदाई हो रहा गंगा एक्सप्रेसवे का सफर
हसनपुर : शुभारंभ से पहले गंगा एक्सप्रेसवे पर सफर करना लोगों के लिए दुखदाई साबित हो रहा है। बावजूद लोग सफर करने से नहीं रुक रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे पर पिछले छह महीने में 15 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कोतवाली क्षेत्र के गांव श्यामपुरी में बरात में आए राजपुरा थाना क्षेत्र के दो युवक सतपाल और पप्पू सिंह की बाइक से स्टंट करते हुए 16 मई को रुखालू के पास गंगा एक्सप्रेसवे पर मृत्यु हुई थी।
12 नवंबर को गंगाचोली के युवक का गंगा एक्सप्रेसवे पर शव पड़ा मिला था। उसकी हादसे में मृत्यु होने की बात सामने आई थी। हसनपुर के इलेक्ट्रीशियन की संभल से हसनपुर आते समय गंगा एक्सप्रेसवे पर उझारी के नजदीक अधूरे अंडरपास से गिरकर मृत्यु हो गई थी। इससे पहले भी कई हादसे हुए हैं और अब आदमपुर के एक ही परिवार के छह लोगों की जान चली गई है।
गंगा एक्सप्रेसवे का शुभारंभ होने से पहले सफर करने की किसी को इजाजत नहीं है। अवैध रूप से खोले गए कट बंद कराए जाएंगे। शुरू होने से पहले एक्सप्रेसवे पर सफर कर जान जोखिम में न डालें।
-पंकज कुमार त्यागी, सीओ, हसनपुर।

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