तीन घंटे शहर में रहे विशेष सचिव, MDA टीम के साथ अवैध प्लॉटिंग की जांच की
विधायक राजीव तरारा की शिकायत पर शासन ने गजरौला में एमडीए की मिलीभगत से हो रही अवैध प्लाटिंग का संज्ञान लिया। लखनऊ से विशेष सचिव ने शहर पहुंचकर तीन घंटे तक प्लाटिंगों का जायजा लिया और नक्शापास कालोनी को भी देखा। उन्होंने प्लाटिंग के आसपास रहने वाले लोगों से बातचीत की। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम भी उनके साथ रही। अब वह अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे।

जागरण संवाददाता, गजरौला । विधायक राजीव तरारा द्वारा औद्योगिक नगरी में एमडीए की मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग होने की शिकायत का शासन ने संज्ञान ले लिया है। इस क्रम में लखनऊ से विशेष सचिव शहर में पहुंचे और उन्होंने करीब तीन घंटे तक घूमकर प्लाटिंगों का जायजा लिया। नक्शापास कालोनी को भी देखा। अब वह अपनी रिपोर्ट बनाकर शासन को सौंपेंगे। उनके साथ मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की टीम भी साथ रही। विशेष सचिव ने प्लाटिंगों के आसपास रहने वाले लोगों से भी बातचीत की है।
2023 में मास्टर प्लान भी हो चुका लागू
दरअसल, गजरौला मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधीन है। यहां पर 2023 में मास्टर प्लान भी लागू हो चुका है। इसके बाद से एमडीए यहां पर सक्रिय हो गया। एमडीए की अपनी कालोनी में स्थानीय कार्यालय भी बना हुआ है। इसके बाद भी यहां पर अवैध तरीके से प्लाटिंगों का धंधा जोरों पर है। कुछ प्लाटिंगों को एमडीए ने ध्वस्त भी कराया है मगर, फिर भी यह काम रूकने का नाम नहीं ले रहा है।
इस मामले को क्षेत्रीय विधायक राजीव तरारा ने भी विधानसभा के साथ शासन स्तर पर भी उठाया और पत्र सौंपा था। उन्हीं की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए शासन ने अनुभाग-3 के विशेष सचिव मनोज कुमार सिंह बुधवार की दोपहर करीब एक बजे शहर में पहुंचे।
एमडीए कालोनी के पीछे नक्शापास प्लाटिंग को भी देखा
उनके साथ मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के एक्सईएन पूरन सिंह, एई योगेश कुमार व सागर गुप्ता भी मौजूद थे। इन सभी लोगों ने मुहल्ला लक्ष्मीनगर, सादुल्लापुर मार्ग, बस्ती, खादगुर्जर रोड और एमडीए कालोनी के पीछे नक्शापास प्लाटिंग को भी देखा।
शाम करीब चार बजे टीम जांच कर लौट गई। एमडीए के एई योगेश कुमार ने विशेष सचिव के आने की पुष्टि करते हुए बताया कि तकरीबन तीन घंटे तक शहर की प्लाटिंगों की जांच करने के लिए शासन स्तर से आइएएस पहुंचे थे।
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