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    फर्जी कागज तैयार कर किसान पर मढ़ दिया 5 लाख का कर्ज, बैंक कर्मचारियों ने बिना जांच लोन किया पास

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 06:48 PM (IST)

    अमरोहा में यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा में एक किसान के नाम पर फर्जी दस्तावेजों से पांच लाख का लोन निकालने का मामला सामने आया है। किसान योगेंद्र कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पिता के नाम पर केसीसी कार्ड बना है जबकि उन्होंने कभी आवेदन नहीं किया। बैंक अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।

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    बैंक कर्मचारियों ने फर्जीवाड़ा कर किसान को बना दिया पांच लाख का कर्जदार। जागरण

    जागरण संवाददाता, अमरोहा । बिजनौर रोड स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा में फर्जीवाड़ा सामने आया है। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से एक किसान के नाम पर पांच लाख रुपये का ऋण निकाल लिया है। इसके लिए जालसाजों ने किसान की फर्द का दुरुपयोग किया है। बिना किसी जांच के बैंक कर्मचारियों ने भी ऋण को स्वीकृति दे दी।

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    किसान की शिकायत के बाद बैंक में हड़कंप मच गया है और अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं। शुक्रवार को तहसील क्षेत्र के गांव पृथ्वीपुर कलां के निवासी योगेंद्र कुमार ने जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायती पत्र दिया।

    उन्होंने बताया कि उनके पिता भगवंत सिंह के नाम की जमीन की फर्द निकलवाने पर पता चला कि उनके नाम पर यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा अमरोहा में पांच लाख रुपये का केसीसी कार्ड बना हुआ है। जबकि उनके पिता ने न तो यूनियन बैंक में खाता खोला है और न ही किसी ऋण के लिए आवेदन किया है।

    फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से ऋण किया स्वीकृत 

    फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से ऋण स्वीकृत किया गया है। जब उन्होंने बैंक में जाकर मामले की जानकारी ली तो अधिकारियों और कर्मचारियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। यह भी पता चला कि कांकर खेड़ा गांव के भगवंत सिंह के नाम से ऋण निकाला गया है, जबकि वहां भगवंत नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। जिस जमीन का केसीसी बनवाया गया है, उसमें से कुछ जमीन कामर्शियल है। ऐसे में बैंक कर्मियों ने केसीसी कैसे बना दिया, यह एक बड़ा सवाल है।

    फर्द पहले से थी बंधक, दोबारा कैसे लिया गया ऋण योगेंद्र कुमार के अनुसार उनकी जमीन पर पहले से ही पीएनबी का ऋण चल रहा था। उनकी जमीन बैंक में बंधक थी। लेकिन बैंक कर्मचारियों ने नियमों को दरकिनार कर किसी अन्य व्यक्ति को ऋण कैसे आवंटित कर दिया। इस सवाल का जवाब भी बैंक अधिकारी और कर्मचारी नहीं दे पाए हैं।

    शिकायत मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति का पता चल सकेगा। -कर्ण प्रताप सिंह, सहायक प्रबंधक, यूनियन बैंक।

    किसान ने मौखिक शिकायत की थी। उनसे लिखित में शिकायत देने को कहा है। इसके बाद ही जांच करवाई जाएगी। -उमेश कुमार प्रजापति, एलडीएम।