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    Amroha News: बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, किनारे के गांवों में भरने लगा पानी, बाढ़ की मार झेल रहे ग्रामीण

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 11:42 PM (IST)

    गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है जिससे ग्रामीण परेशान हैं। तिगरी में जलस्तर बढ़ने और बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने के कारण कई गांवों में पानी भर गया है जिससे रास्ते बंद हो गए हैं। एसडीएम ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और टीमें काम कर रही हैं।

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    बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, किनारे के गांवों में भरने लगा पानी

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। गंगा खादर क्षेत्र में बाढ़ की मार झेल रहे ग्रामीणों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। जिसके चलते नदी एक बार फिर उफान पर है। नदी का बढ़ता पानी अब जंगलों में दोबारा भरना शुरू हो गया है। साथ ही संपर्क मार्गों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। जिससे ग्रामीण भयभीत हैं।

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    तिगरी स्थित गंगा के जलस्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को गंगा का गेज 200.20 मीटर पर था जो, अब 200.30 मीटर पर आ गया है। उधर, बिजनौर बैराज से 94 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। उधर, पानी बढ़ने की वजह से गंगा किनारे के गांवों में पानी बढ़ने की वजह से परेशानियां उत्पन्न होने लगी है। हाईवे के बाईपास मार्ग पर भी पानी भरा हुआ है।

    उधर, गंगा खादर क्षेत्र में बाढ़ ग्रामीणों का पीछा नहीं छोड़ रही है। गंगा के उफान पर होने के कारण गांव शेरपुर से विसावली को जोड़ने वाले मार्ग पर भी पानी उतर आया है, जिससे आवागमन बाधित होने की स्थिति बन गई है। हालांकि वाहनों के सहारे यहां लोग आवाजाही कर रहे हैं।

    ग्रामीणों का कहना है कि वे लगातार बाढ़ के खतरे से जूझ रहे हैं। पिछले काफी दिनों से गंगा नदी शांत थी। लेकिन एक बार फिर जलस्तर बढ़ने से खेतों व संपर्क मार्गों पर पानी भरना शुरू हो गया है।

    बाढ़ का पानी बढ़ने से बिसावली, कुइवाली, देववाली, दारानगर, कांकाठेर, तिगरी, मंदिर वाली भुड्डी, ओसिजा जगदेपुर, ढाकोवाली, शीशोवाली, रानी बसतौरा, अस्सी गेट, शाहजहांपुर छात, नाववाला, आशुवाला, सुल्तानपुर, रमपुरा खादर, देवीपुरा उर्फ मोहसनपुर, मुकरामपुर, पपसरी खादर, रसूलपुर भांवर, सीपिया फार्म, झुंडपुरा, पहाड़पुर, इब्राहीमपुर आदि ग्रामों के ग्रामीण भयभीत है।

    उधर, एसडीएम विभा श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर पर निगाह रखी जा रही है। पशुपालन व स्वास्थ्य विभाग की टीम भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगी हुई है।

    हसनपुर में गंगा फिर उफनाई, फसलों में घुसा पानी

    सोमवार रात को देहरादून में बादल फटने की वजह से गंगा में पहाड़ी जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है। जिसकी वजह से हसनपुर तहसील क्षेत्र में एक बार फिर से गंगा में उफान आ गया है। गंगा में बाढ़ का पानी तटबंध तक पहुंचने से किसान भयभीत हो गए हैं।

    तहसील क्षेत्र के बाढ़ से प्रभावित गांव सिरसा गुर्जर की मढैया, सतैड़ा की मढैया, गंगानगर तथा मलकपुर की मढैया में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। सिरसा गुर्जर की मढैया गांव में पानी घुसने से एक बार फिर से लोग बेचैन हो गए हैं।

    गंगानगर के किसान पंकज कुमार ने बताया कि गंगा का जल स्तर कम होने से फसलों से पानी निकलना शुरू हो गया था। लेकिन, उत्तराखंड में बादल फटने के बाद गंगा में फिर से बाढ़ आ गया है।

    गंगा से लेकर तटबंध तक की फसलें पानी से जलमग्न हो रही हैं। किसानों को खेतों से चारा काटना दूभर हो रहा है। हालांकि, गंगानगर गांव में अभी तक पानी नहीं घुसा है।

    किसान रतन सिंह ने बताया कि गंगा में बार-बार बाढ़ आने से इस बार फसलों में बहुत नुकसान हुआ है। सब्जी, मक्का, धान, ज्वार व बाजरा तथा गन्ने की फसल बर्बाद हो गई हैं।

    एसडीएम पुष्कर नाथ चौधरी ने बताया कि उत्तराखंड में बादल फटने की वजह से गंगा में जल स्तर बढ़ गया था हालांकि, यहां पर खतरे की कोई स्थिति नहीं है।