बाढ़ की वजह से टापू बने गांव, पलायन को मजबूर घुमंतू परिवार
लगातार बारिश और गंगा के बढ़ते जलस्तर से अमरोहा के खादर क्षेत्र के गांव बुरी तरह प्रभावित हैं। नाववाला गांव टापू बन गया है जिससे घुमंतू परिवार मुकरामपुर के तटबंध पर शरण लेने को मजबूर हैं। मजदूरी न मिलने से उन्हें भीख मांगने की स्थिति आ गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। बारिश के कारण रामपुर खादर में एक मकान भी गिर गया है।

संवाद सत्र, अमरोहा । लगातार हो रही वर्षा और गंगा का बढ़ता जलस्तर खादर क्षेत्र के गांवों पर कहर बरपा रहा है। बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी गांवों में घुसकर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रहा है। बिसाबली, कुइवाली, देववाली, ढाकोवाली, शीशोवाली, रानी बसतौरा, सुल्तानपुर, रमपुरा समेत कई गांव प्रभावित हैं। रसूलपुर भांवर और अस्सी गेट की तरह नाववाला गांव भी पूरी तरह टापू में तब्दील हो गया है।
इन दिनों बाद गंगा खादर क्षेत्र का बुराहाल है। एक तरफ जहां हजारों हेक्टेयर फसल गंगा के पानी से जलमग्न है। वहीं दूसरी तरफ गांव नाववाला में रह रहे घुमंतू और कलंदर समाज के करीब 50 महिला-पुरुष बाढ़ के चलते अपने डेरे छोड़कर मुकरामपुर के नजदीकी तटबंध पर अस्थाई रूप से डेरा डालने को मजबूर हो गए हैं।
खुले आसमान में रह रहे लोग परेशान है। बाढ़ के साथ-साथ उन्हें वर्ष भी परेशान कर रही है। मजदूरी से गुजर-बसर करने वाले इन परिवारों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मजदूरी ठप होने के कारण अब यह लोग गांव-गांव जाकर भीख मांगने तक को विवश हो गए हैं। उधर, लोगों ने प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की मदद नहीं मिलने का आरोप भी लगाया है। उप जिलाधिकारी विभा श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशासन बाढ़ प्रभावितों तक हर संभव मदद पहुंचा रहा है।
पानी में सब कुछ डूबा
ग्रामीण खचेड़ू ने बताया कि पानी ने हमारा सब कुछ डूबो दिया। मजदूरी नहीं मिल रही, बच्चों को खिलाने के लिए दो वक्त की रोटी तक का संकट है। मजबूरी में गांव में हाथ फैलाना पड़ रहा है।
इसी तरह ग्रामीण शफीक ने बताया कि बच्चों को लेकर तटबंध पर खुले आसमान के नीचे रह रही हैं। न खाने का इंतजाम है, न दवा का। छोटे बच्चों को बीमारी का खतरा बना हुआ है।
बाढ़ ग्रस्त गांव में वर्षा से गिरा मकान
बाढ़ का पानी कई ग्रामों में पिछले 25 दिन से अधिक समय से तैर रहा है। ग्राम रामपुर खादर में मलकीत कौर का परिवार रहता है। बुधवार की सुबह उनके मकान का एक हिस्सा अचानक भर भरा कर गिर पड़ा। गनीमत यह रहेगी इस हादसे की चपेट में कोई नहीं आया। उन्होंने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
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