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Flood Alert: डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से तिगरी में झोपड़ी व दुकानें डूबीं, किनारे बसे गांवों में खतरा

Flood Alert In Amroha Update News पहाड़ी जलाशयों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के बाद गंगाघाट के किनारे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। अभी गंगा खतरे से निशान से 175 सेमी दूर हैं। जलस्तर 200.25 मीटर पर पहुंचा है। गांव के किनारे बसे लोग पानी के बीच से होकर गुजरने को मजबूर हैं।

By Saurav Kumar Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 12 Aug 2024 03:12 PM (IST)
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गजरौला के गांव ओसिता जगदेपुर में भरे बाढ़ के पानी से होकर गुजरते ग्रामीण। जागरण

जागरण संवाददाता, गजरौला। Flood Alert In Amroha: पहाड़ी जलाशयों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के बाद तिगरी स्थित गंगा का जलस्तर खतरे की ओर बढ़ रहा है। सोमवार की सुबह को गंगा का दायरा व पानी का बहाव इतना तेजी के साथ बढ़ा कि गंगा किनारे घाट पर स्थित पुरोहितों की झोपड़ियां व दुकानें जलमग्न हो गई। गंगा किनारे पर बसे गांवों के नजदीक भी पानी आ गया है।

तिगरी स्थित गंगा का गेज 202.00 मीटर पर खतरा दर्ज किया जाता है। जो, वर्तमान में बह रहे गंगा के जलस्तर से मात्र 75 सेमी दूरी पर है। क्योंकि सोमवार को गेज 200.25 पर दर्ज किया है। उधर, बिजनौर बैराज से एक लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद हालात और बिगड़ने के अनुमान है। जो, पानी बिजनौर बैराज से छोड़ा गया है। वो, सोमवार की देरशाम या फिर मंगलवार की सुबह को तिगरी तक आएगा।

तिगरी में डूबीं झोपड़ी व दुकानें।

बाढ़ खंड विभाग के जेई सुभाष कुमार ने बताया कि जलस्तर बढ़ रहा है। इसलिए गंगा किनारे के गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। ओसिता जगदेपुर गांव के लोग बाढ़ के पानी से होकर गुजर रहे हैं। खेतों पर चारा लाने से परेशानी हो रही है।

गंगा किनारे के इन गांवों पर मंडाया बाढ़ का खतरा

मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र में गंगा किनारे के गांव मंदिर वाली भुड्डी, शीशोवाली, दारानगर, अलीनगर, चकनवाला ऐतवाली, सुल्तानपुर, ओसिता जगदेपुर, कांकाठेर, तिगरी, रसूलपुर भंवर, रसूलपुर एहतमाली, देवीपुर उर्फ मोहसनपुर, पपसरी खादर, मुकरामपुर, शाहजहांपुर छात, रमपुर खादर, चाँदरा फॉर्म, रानी बसतौरा, बिसाबली, कुई वाली, देव वाली, पट्टी खादर, झुंडपुरा व हसनपुर तहसील के गांव सिरसा गुर्जर की मढैया, सतैडा की मढैया, गंगानगर, पौरारा, दियावली का जंगल आदि ग्रामीणों में बैचेनी बढ़ गई है। क्योंकि अब बाढ़ का पानी इन गांवों के नजदीक पहुंचने लगा है।

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