गजरौला: थमने नहीं रहा नगर पालिका बोर्ड की बैठक में हुआ विवाद, सभासद समेत तीन पर प्राथमिकी
गजरौला नगर पालिका बोर्ड की बैठक का विवाद अभी शांत नहीं हुआ है। पालिकाध्यक्ष के पति और पूर्व विधायक हरपाल सिंह ने एक सभासद और दो सभासदों के पतियों पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपितों ने आरोपों को गलत बताया है और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पूर्व विधायक ने सभासद समेत तीन पर दर्ज कराई प्राथमिकी. Concept Photo
जागरण संवाददाता, गजरौला। 25 सिंतबर को नगर पालिका बोर्ड की बैठक में हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भले ही मंगलवार को बोर्ड की बैठक शांतिपूर्वक संपन्न हो गई है, लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। पालिकाध्यक्ष राजेंद्र देवी के पति व पूर्व विधायक हरपाल सिंह ने एक सभासद व दो सभासद के पति पर रंगदारी मांगने व आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जबकि वह पहले भी सभासदों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा चुके हैं।
काबिलेगौर है कि 25 सितंबर को नगर पालिका बोर्ड की बैठक के दौरान सभासदों व कुछ अन्य लोगों ने पालिकाध्यक्ष राजेंद्री देवी के पति पूर्व विधायक हरपाल सिंह के साथ सभागार में मारपीट की थी। इस मामले में उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करा दी थी। जिसमें पुलिस की विवेचना जारी है तथा पूर्व विधायक व आरोपित पक्ष के बयान दर्ज हो चुके हैं। अब 18 नवंबर को पालिका बोर्ड की बैठक संपन्न हुई है। पहले यह माना जा रहा था कि इस बार भी बैठक हंगामेदार होगी। परंतु सबकुछ सामान्य रूप से संपन्न हो गया था।
अब इस प्रकरण में गुरुवार को नया मोड़ आ गया है। दरअसल पूर्व विधायक ने अदालत में याचिका दायर की थी कि 2023 में उनकी पत्नी राजेंद्री उर्फ उमा देवी नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष बनीं है तो वार्ड 14 के सभासद कपिल चौधरी उर्फ भानू, वार्ड 16 की सभासद विनीता अग्रवाल के पति अनिल अग्रवाल व वार्ड 19 से सभासद पुष्पा चौधरी के पति अशोक चौधरी उर्फ दिले उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। अनिल अग्रवाल व अशोक चौधरी स्वयं सभासद निर्वाचित न होकर भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से स्वयं को सभासद प्रचारित करते हैं।
नगर पालिका गजरौला के नाम से वाटसएप ग्रुप बना कर पालिकाध्यक्ष के विरूद्ध आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं। आरोप लगाया कि जब पूर्व विधायक ने इन लोगों से परेशान करने का कारण पूछा तो आरोपितों ने 20 हजार रूपये महीना की रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर इसी तरह से परेशान करने और परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी। पुलिस से शिकायत करने पर कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने अदालत की शरण ली थी। इस मामले में गुरुवार को अदालत के आदेश पर पुलिस ने सभासद कपिल चौधरी के साथ ही सभासद के पति अनिल अग्रवाल व अशोक चौधरी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
अदालत के आदेश पर पूर्व विधायक की तहरीर पर यह प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।- मनोज कुमार, प्रभारी निरीक्षक।
एक सभासद व दो सभासद के पति द्वारा लगातार उन्हें परेशान किया जा रहा है। रंगदारी मांगी जा रही है। पुलिस निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करे। -हरपाल सिंह, पूर्व विधायक।
यह बोले आरोपित
यह आरोप निराधार हैं। प्राथमिकी पूरी तरह से झूठी है और दबाव बनाने के उद्देश्य से दर्ज कराई गई है। हम अपना पक्ष रखेंगे। - कपिल चौधरी उर्फ भानू, सभासद।
यह प्राथमिकी गलत है, अन्यायपूर्ण है। पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। हमें राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। - अनिल अग्रवाल।
पूर्व विधायक द्वारा दर्ज कराई प्राथमिकी राजनैतिक विद्वेष से प्रेरित है। सभी आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। पुलिस निष्पक्ष जांच करे। -अशोक चौधरी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।