दक्षता में मुख्य गुण आत्मविश्वास और अनुशासन
दक्षता के गुण किसी भी मनुष्य में जन्म से ही होते है लेकिन कुछ लोग जीवन में कड़ी मेहनत और

दक्षता के गुण किसी भी मनुष्य में जन्म से ही होते है लेकिन, कुछ लोग जीवन में कड़ी मेहनत और लगन से इस गुण को प्राप्त भी करते है। दक्षता में मुख्य गुण आत्मविश्वास और अनुशासन है। नेतृत्व क्षमता के लिए व्यक्ति को जीवन के हर पहलू से अवगत होना चाहिए। ईमानदारी, धैर्य, पारदर्शिता जैसे गुण की वजह से किसी भी मुखिया को लोग काफी पसंद करते है। दक्षता रचनात्मकता और सकारात्मक ²ष्टिकोण से भरपूर होना चाहिए। जिम्मेदारी को सौंपने की क्षमता और प्रभावी ढंग लीडरशिप को मजबूत बनाता है। किसी भी मुखिया में सहानुभूतिपूर्ण के साथ साथ मजबूत, साहसिक और आवश्यक निर्णय लेने की क्षमता भी होनी चाहिए। एक नेता अपने भाषणों, विचारधाराओं, पृष्ठभूमि या सिर्फ अपने व्यक्तित्व से किसी को भी प्रेरित कर सकता है। अच्छे लीडरशिप में नेता के पास दीर्घकालिक ²ष्टि और अच्छे इरादे होते है। लीडरशिप के अनेक प्रकार होते है। लेकिन उसे तीन मुख्य विभाग में बांटा गया है। जब कोई व्यक्ति किसी क्षेत्र में विशिष्ट ज्ञान होने के आधार पर लोगों को दिशा निर्देश करता है उसे योग्यता पर आधारित लीडरशिप कहते है। जब कोई व्यक्ति अपने व्यक्तित्व और कार्यों के आधार पर उद्देश्यों की प्राप्ति के क्रियाशील रहता है उसे व्यक्तित्व पर आधारित दक्षता कहते है। जब कोई व्यक्ति समूह सदस्यों को कार्य करने की ओर प्रवत्त करता है उसे पद पर आधारित दक्षता कहते है। वैसे तो दक्षता के नीचे कई कार्य होते है। उन्हें अपने साथ एक पूरा समूह या संगठन लेकर चलना होता है। परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेना लीडरशिप का पहला कर्तव्य है। निर्णय के साथ साथ कार्य का निदेशन करना भी बहुत जरूरी होता है। अपने समूह को आज्ञा देना भी एक तकनीक है। कार्यों को सही दिशा देना और संगठन पर नियंत्रण बनाये रखने का काम एक नेता या मुखिया का कार्य होता है। समूह या संगठन में एकता बनाए रखना और लोगों में आत्मविश्वास संचार करने की जिम्मेदारी भी नेता की होती है। प्रभावी नेतृत्व से हम उच्च मनोबल हासिल कर सकते है। नेतृत्व क्षमता की सच्ची परीक्षा कठिन समय में होती है। दक्षता में मानवता की वृद्धि और प्रगति के लिए खुद को समर्पित करने की भावना होनी चाहिए। एक महान नेता में उत्कृष्टता का प्रेम पाया जाता है। एक सच्ची नेतृत्व क्षमता आपको सर्वोत्तम शिखर पर ले जाएगी और एक गलत नेतृत्व क्षमता आपको बर्बादी के रास्ते पर ले जाएंगी। लीडरशिप को अपने जीवन का अंग बनाने के लिए बचपन से ही आशा और आत्मविश्वास से आगे बढ़ना चाहिए।
चौधरी चंचल सिंह, निदेशक, सीएसएस एकेडमी, बछरायूं।
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