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    'पैसों के बदले एक महीना के लिए मांग रहा था पत्नी, इसलिए कर दी हत्या'; अमरोहा मर्डर केस में चौंकाने वाला खुलासा

    Amroha Murder Case अमरोहा के हनीफ हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया। हनीफ की हत्या ब्याज के पैसों के लेनदेन और कर्जदार की पत्नी को एक महीने के लिए मांगने पर की गई। आरोपी दंपती शमशेर और शाजमा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शमशेर ने हनीफ से कर्ज लिया था और ब्याज चुकाने में असमर्थ था।

    By Asif Ali Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 04 May 2025 05:56 PM (IST)
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    हसनपुर में हुई हत्या का पर्दाफाश करते एसपी अमित कुमार आनंद। जागरण

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। यूपी पुलिस ने हसनपुर के हनीफ उर्फ इलायची हत्याकांड का राजफाश कर दिया गया है। ब्याज के पैसों के लेनदेन व कर्जदार से उसकी पत्नी को एक महीना के लिए अपने पास रखने की बात करने गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने आरोपित दंपती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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    दो मई को हसनपुर के मुहल्ला होलीवाला निवासी हनीफ उर्फ इलायची का शव उसके घर में ही डबल बेड के बाक्स में बंद मिला था। वह घर में अकेला ही रहता था। दो शादी कर चुका हनीफ ब्याज पर भी पैसे देता था। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।

    रविवार को पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद व सीओ हसनपुर दीप कुमार पंत ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में घटना का राजफाश किया है।

    ब्याज पर लिए थे 20 हजार रुपये

    एसपी ने बताया कि हनीफ से काशीराम कालोनी निवासी शमशेर ने चार महीना पहले 20 हजार रुपये ब्याज पर लिए थे। जिसके लिए बाइक गिरवी रखी थी। बाद में बैटरा गिरवी रख कर पांच हजार रुपये और लिए थे। अब ब्याज देने में असमर्थ शमशेर 29 अप्रैल को अपनी पत्नी शाजमा के साथ हनीफ के पास गया था। दोनों ने उससे ब्याज का भुगतान करने के लिए कुछ समय मांगा था। शाजमा बरामदे में बैठी थी तथा हनीफ व शमशेर कमरे में बात कर रहे थे।

    बताया कि हनीफ ने शमशेर से कहा था कि वह एक महीना के लिए अपनी पत्नी उसके पास छोड़ जाए। वह ब्याज व पैसे नहीं लेगा। इस बात को लेकर शमशेर ने गमछे से हनीफ का गला घोट कर हत्या कर दी थी। एसपी ने बताया कि बाद में दोनों शव को बाक्स में बंद कर बाइक व बैटरे लेकर फरार हो गए थे।

    मृतक के घर के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज व मृतक के मोबाइल की सीडीआर से इस घटना का राजफाश हुआ है। पूछताछ के दौरान दंपती ने भी घटना स्वीकार कर ली है। बताया कि आरोपितों को जेल भेज दिया है।

    घटना का राजफाश करने वाली टीम

    प्रभारी निरीक्षक वरुण कुमार, दारोगा अनुज कुमार, प्रविंद्र कुमार, सर्विलांस प्रभारी विजेंद्र मलिक, एसओजी प्रभारी विकास सहरावत, गौरव शर्मा, वाजिद अली, प्रवेश कुमार वर्मन, अरविंद शर्मा, अंकुर, लवी चौधरी, विपिन, कृष्णवीर सिंह, आरिफ, निशांत कुमार, यासीन, रजनीश, सचिन कुमार, गौरव कुमार, अतुल कुमार, पिंकी व शालू चौधरी। एसपी ने टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया है।