20 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया चकबंदी लेखपाल निलंबित, बंदोबस्त अधिकारी ने की कार्रवाई
अमरोहा में एंटी करप्शन टीम ने एक चकबंदी लेखपाल को किसान से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। किसान ने जमीन को एक चक में शामिल करने के लिए आवेदन किया था जिसके लिए लेखपाल ने रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए लेखपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया।

जागरण संवाददाता, अमरोहा। एंटी करप्शन टीम द्वारा किसान से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए चकबंदी लेखपाल को बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी शैलेश शाही ने निलंबित कर दिया है।
हसनपुर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत जेबड़ा के मझरा बंशीवाल महरपुर निवासी किसान कल्याण सिंह ने चकबंदी कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था कि उनकी मां के नाम की जमीन को भी एक ही चक में शामिल किया जाए। इसके लिए हसनपुर तहसील क्षेत्र में तैनात चकबंदी लेखपाल उत्तम सिंह बालियान को रिपोर्ट लगानी थी।
आरोप है कि लेखपाल ने उनसे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। सौदेबाजी हुई तो 20 हजार रुपये में मामला तय हो गया था। परेशान कल्याण सिंह ने इसकी सूचना एंटी करप्शन टीम मुरादाबाद को दी थी। तयशुदा योजना के गत मंगलवार को टीम ने कल्याण सिंह को लेखपाल को रिश्वत देने के लिए भेजा था। मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के थाना भोरकलां क्षेत्र के गांव मुडभर निवासी लेखपाल उत्तम सिंह बालियान ने किसान को अमरोहा नगर के मुहल्ला दीनदयाल नगर स्थित एक मकान पर बुलाया था।
दोपहर लगभग 2 बजे जैसे ही किसान कल्याण सिंह रिश्वत लेकर लेखपाल के पास पहुंचे थे तो पहले से घात लगाए मौजूद टीम ने उन्हें पकड़ लिया था। 2016 में भर्ती हुए चकबंदी लेखपाल को देहात थाने ले जाया गया था। निरीक्षक राखी के नेतृत्व वाली टीम ने अमरोहा देहात थाने में आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी थी। अब विभाग ने लेखपाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई कर दी है। एसओसी ने बताया कि लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है।
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