Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    250 सफाई कर्मियों को नहीं मिलेगा ACP का लाभ, इस वजह से हो रही कार्रवाई

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 04:13 PM (IST)

    पंचायती राज विभाग के लगभग 250 सफाई कर्मचारियों को विभागीय कार्रवाई के कारण सुनिश्चित करियर प्रोन्नति (एसीपी) का लाभ नहीं मिलेगा। जोया ब्लॉक के 126 कर्मचारियों को यह लाभ मिल चुका है, और अन्य ब्लॉकों के कर्मचारियों को भी लाभ देने की तैयारी चल रही है।  

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। पंचायती राज विभाग के करीब 250 सफाई कर्मचारियों को सुनिश्चित करियर प्रोन्नति (एसीपी) का लाभ नहीं मिलेगा। इसकी वजह उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई बताई जा रही है। जोया ब्लाक के 126 कर्मचारियों को लाभ मिल चुका है जबकि, अन्य ब्लाकों के कर्मचारियों को भी लाभान्वित करने की तैयारी चल रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जनपद के पंचायती राज विभाग में 1074 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। पिछले आठ सालों से उनको सुनिश्चित करियर प्रोन्नति का लाभ नहीं मिला था। जिसकी वजह से कर्मचारी बार-बार आंदोलन कर रहे थे। अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर उसको लगाने की मांग कर रहे थे। लेकिन, अब उनकी यह मांग पूरी होने जा रही है। ब्लाक वार कर्मचारियों की सर्विस बुक पूरी कराकर एसीपी का लाभ दिलाया जा रहा है।

    मिल चुका है लाभ

    जोया ब्लाक क्षेत्र में तैनात 126 सफाई कर्मचारियों को उसका लाभ मिल चुका है जबकि, अन्य ब्लाक गंगेश्वरी, हसनपुर, अमरोहा, मंडी धनौरा व गजरौला के कर्मचारियों की सर्विस बुक पूरी कराई जा रही हैं। एसीपी के लाभ से करीब 250 सफाई कर्मचारी वंचित रह जाएंगे। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हुई हैं।

    किसी को लापरवाही पर निलंबित किया गया है तो किसी के वेतन रोकने की कार्रवाई हुई है। जिसकी वजह से उनको यह लाभ नहीं मिल पाएगा। उनकी सर्विस बुक में कार्रवाई अंकित की गई हैं। अन्य सभी कर्मियों की एसीपी लगेगी।

    विभाग में तैनात सफाई कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिया जा रहा है। ब्लाक वार उनकी सर्विस बुकों को पूरा कराने की कार्रवाई की जा रही है। जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हुई है और वह सर्विस बुक पर दर्ज है, उनकी एसीपी नहीं लग पाएगी। जोया ब्लाक के कर्मचारियों को लाभ दिया जा चुका है। अन्य ब्लाक के कर्मियों को लाभान्वित करने की कार्रवाई जारी है।
    विमल कुमार, एडीपीआरओ