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    पुलिस का इकबाल खत्म, बदमाशों का कायम

    By Edited By:
    Updated: Fri, 27 Mar 2015 10:06 PM (IST)

    अजय यादव, अमरोहा : पुलिस के होने से नागरिकों को सुरक्षित होने का अहसास होता है, मगर जिले के लोग इ

    अजय यादव, अमरोहा :

    पुलिस के होने से नागरिकों को सुरक्षित होने का अहसास होता है, मगर जिले के लोग इसी में धोखा खा रहे हैं। उन्हें लगता है कि पुलिस है तो सुरक्षित हैं, मगर जब लुट-पिट जाते हैं तब पता चलता है कि पुलिस कहीं सीन में ही नहीं है, केवल धोखा है। अगर कहीं कुछ है तो वह है बदमाशों की बादशाहत। एसपी दफ्तर से पांच सौ मीटर की दूरी पर तमंचों की नोक पर आठ लाख की लूट हो जाती है। पुलिस सोती रहती है। अफसरों के सरकारी फोन तक नहीं रिसीव होते हैं। शहर भर में बाइकें चोरी हो रही हैं, पुलिस की गाड़ियां घूमती रहती हैं, पता ही नहीं चल रहा कि वे चोरों को सचेत करने के लिए घूमती हैं या फिर लोगों को धोखा देने के लिए।

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    कुछ दिन पहले तक हसनपुर तहसील क्षेत्र में जंगलराज था, मगर अब उसका दायरा बढ़कर अमरोहा तक हो गया है। बदमाशों का आतंक कायम है, क्योंकि नाकाबिल अफसरों के हाथों में पुलिस की कमान है। शाम छह बजे के बाद कई अफसरों के फोन ही रिसीव नहीं होते, पता नहीं सो जाते हैं या फिर कहीं खो जाते हैं। इसी का नतीजा है जो बदमाश दिन में बाइकें चुरा रहे हैं और रात को लूट-डकैतियां कर रहे हैं।

    पुलिस अधीक्षक दफ्तर से पांच सौ मीटर दूर मकसूदपुर नवादा में बदमाशों ने भंट्ठा स्वामी मुख्तियार के परिवार को बंधक बनाकर ढाई लाख रुपये की नकदी, सोना-चांदी के जेवरात व कीमती कपड़े समेत लगभग आठ लाख रुपये का सामान लूट लिया। डेढ़ घंटा तक लूटपाट की। इसी रात इसी गांव में मुस्तकीम सैफी के घर भी चोरी हुई। जनता दहशत में हैं। सपा राज को कोसा जा रहा है। फिर भी अफसर इतने निश्चिंत हैं कि न फोन रिसीव करते, न किसी की सुनते। इसी का फायदा नीचे के अधिकारी और चोर उठा रहे हैं। इसका एक नमूना भी देखिए। गुरुवार को कोतवाली अमरोहा पुलिस ने इलाहाबाद बैंक के सामने से एक पुरानी स्कूटी उठा ली। कोतवाली पहुंचा दी। परेशान स्कूटी मालिक कोतवाली पहुंचा। बताया गया कि ताला नहीं लगा था, इसलिए स्कूटी हम उठा लाए, अब तो यह अदालत से ही छूटेगी। स्कूटी मालिक परेशान हुआ, सिफारिशें हुई। प्रभारी कोतवाल शैलेंद्र गौतम नियम कायदे पढ़ाते रहे, जुर्माना किया तब स्कूटी मालिक के हवाले की। तेजतर्रार बन रहे इन्हीं कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र गौतम की नाक के नीचे से शुक्रवार को चोर बाइक चुरा ले गए।

    नगर के मुहल्ला जट बाजार निवासी जसमाल सिंह ने अपनी बाइक मुहल्ला दानिशमंदान नई बस्ती स्थित बिजली दफ्तर के बाहर खड़ी की थी। चोरी हो गई। जसमाल सिंह कोतवाली पहुंचे। तहरीर दी, लेकिन कायदे-कानून पढ़ाने वाले शैलेंद्र गौतम ने उन्हें यह कहकर टरका दिया कि पहले बाइक तलाश करो। जसमाल सिंह ने एसपी आफिस में पत्र दिया है, पर वहां से भी कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि वहां इतनी अच्छी अफसरी हो रही होती तो कोतवाली क्षेत्र चोरों के हवाले न होता। शुक्रवार को ही बाइक चोरी की दूसरी घटना डिडौली की है। जोया ब्लाक की सिबौरा ग्राम पंचायत में रोजगार सेवक के पद पर तैनात जयपाल सिंह डिडौली में स्थित सिंडिकेट बैंक में किसी काम से आए थे। उन्होंने अपनी बाइक संख्या यूपी 23एफ 1787 बैंक के बाहर खड़ी कर दी थी। चोर उसे वहां से चुरा कर ले गए। जयपाल सिंह ने बाइक काफी तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में कोतवाली में तहरीर दी।