कथावाचक Indresh Upadhyay को खुले मंच पर शास्त्रार्थ की चुनौती, एक बयान से आहत कर दीं यादव समाज की भावनाएं
कथावाचक Indresh Upadhyay को खुले मंच पर शास्त्रार्थ की चुनौती मिली है। यह चुनौती उनके एक बयान के बाद आई है, जिससे यादव समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। इस ...और पढ़ें

कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय।
जासं, मथुरा। कथावाचक इंद्रेश द्वारा यादव समाज को भगवान श्रीकृष्ण का वंशज न मानने संबंधी बयान पर ब्रज के यादव समाज में आक्रोश व्याप्त है। विवादित टिप्पणी के विरोध में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कथावाचक को सार्वजनिक मंच पर शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दी है।
कृष्णानगर स्थित एक वाटिका में आयोजित पत्रकार वार्ता में महासभा के जिलाध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का यदुवंश में अवतार लेना महाभारत, भागवत और समस्त पुराणों में प्रमाणित है। ऐसे में यादव समाज की ऐतिहासिक पहचान पर प्रश्न उठाना न केवल निंदनीय है, बल्कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कृत्य है।
वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि इंद्रेश अपने दावे को सही मानते हैं, तो वे मंच पर आकर शास्त्रीय प्रमाण प्रस्तुत करें। समाज के प्रबुद्धजनों ने मांग की है कि कथावाचक अपने बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि समय रहते क्षमा याचना नहीं की गई, तो समाज लोकतांत्रिक और कानूनी तरीके से उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
महासभा ने सभी धर्माचार्यों से अपील की है कि वे मंचों से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली अनर्गल टिप्पणियों से बचें। शैलेष यादव, हरिओम यादव, देवेंद्र यादव, चंदन यादव मौजूद रहे।

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