अमेठी में पीड़ित परिवार से मिलीं स्मृति ईरानी, बंधाया ढांढस; गंगा में डूबने से तीन की हुई थी मौत
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लोकसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार अमेठी पहुंचीं। लखनऊ एयरपोर्ट से जिले में प्रवेश करते ही कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। स्मृति ईरानी ने कई स्थानों पर लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। जगदीशपुर में कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया और उन्हें एक छात्र ने छायाचित्र भेंट किया। पालपुर गांव में उन्होंने चंद्र कुमार कौशल के परिवार को ढांढस बंधाया।
जागरण संवाददाता, अमेठी। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचीं। लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद यह उनका पहला दौरा है। लखनऊ एयरपोर्ट से रवाना होकर लखनऊ-वाराणसी हाईवे होते हुए जैसे ही वह जिले की सीमा में दाखिल हुईं, कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दिखा।
इनहौना कस्बा से लेकर उतेलवा मोड़, जगदीशपुर चौराहा और अन्य स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं और बुके के साथ उनका स्वागत किया। समर्थक घंटों सड़क किनारे खड़े रहकर उनके आगमन की प्रतीक्षा करते रहे। जैसे ही काफिला उनके समीप पहुंचा, फूलों की वर्षा के साथ कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया। स्मृति कई स्थानों पर वाहन से उतरकर लोगों से मिलीं। उनका हालचाल लिया।
उतेलवा मोड़ पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राघवेंद्र तिवारी अपने समर्थकों के साथ मौजूद रहे। जबकि, जगदीशपुर चौराहे पर राजेश्वर प्रताप सिंह ननके, सोनू यज्ञसेनी, डॉ. प्रज्ञा बाजपेई, सुनील सेठ समेत बड़ी संख्या में लोगों ने जोश के साथ स्वागत किया। इस दौरान कक्षा पांच के छात्र सिद्धांत त्रिपाठी ने स्मृति ईरानी को उनका छायाचित्र भेंट किया।
इसके बाद वह जगदीशपुर क्षेत्र के पालपुर गांव पहुंची। यहां उन्होंने चंद्र कुमार कौशल के परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। कहा कि इस दुख की घड़ी में वह परिवार के साथ हैं। साथ ही आपदा राहत के तहत परिजनों को जल्द ही चार-चार लाख रुपये की सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिया।
बता दें कि एक दिन पहले रविवार को पालपुर गांव निवासी चंद्र कुमार कौशल, भाई बाल चंद्र कौशल और भतीजे अर्यांश की गंगा में डूबने से मौत हो गई थी।
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