पोल खुली तो जिम्मेदारी से बचने की शुरू हुई कवायद
जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए कायदे कानून
अमेठी : जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए कायदे कानून की शरण तलाशने में लगे हैं। औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में यूपीसीडा के दुकान आवंटन का मामला कुछ ऐसा उलझा है कि एक ही विभाग के दो बड़े जिम्मेदार व उनके कर्मी एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए है और पूरे घटनाक्रम की जिम्मेदारी बचने की जुगत लगाने में लगे हैं। वहीं यूपीसीडा मुख्यालय कानपुर ने क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा भेजे गए दुकान आवंटन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। मामला विभाग से निकलकर पुलिस तक पहुंच गया है और पुलिस ने भी गहनता से जांच शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश इण्डस्ट्रियल डेवलपमेन्ट अथारिटी(यूपीसीडा)के वरिष्ठ प्रबंधक सिविल ने दुकान पर अवैध कब्जा करने व अथॉरिटी के पेंड़ काटने के मामले में 20 जुलाई को कमरौली थाने में मुमताज के खिलाफ दुकान पर कब्जा करने व कैंपस में मौजूद पेड़ों की कटाई-छटाई का मुकदमा दर्ज कराया है। साइड स्टॉफ सत्य प्रकाश द्वारा उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया था कि पीएफसी भवन में निर्मित एक दुकान की रंगाई-पुताई का कार्य कमरौली के मुमताज अहमद द्वारा शुरू कराया गया है। वह दुकान के सामने मिट्टी डलवाने का काम भी करवा रहे हैं। शिकायत के बाद मामला तूल पकड़ा तो विभाग के जिम्मेदारों के बीच जिम्मेदारी से बचने की कवायद शुरू हो गई है। - यूपीसीडा के अफसरों को दी गई है नोटिस कमरौली थानाध्यक्ष शिवाकांत पांडेय ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या व अधिशाषी अभियंता कार्यालय लखनऊ के जिम्मेंदारों को नोटिस देकर संबंधित दस्तावेज तलब किया जाएगा। उसके बाद गुण दोष के आधार पर वैधानिक कार्यवाई कराई जाएगी। - इनकी भी सुनिए मुमताज के नाम से दुकान का आवंटन मुख्यालय भेजा गया था। जो मुख्यालय द्वारा स्वीकृत नहीं किया गया। आवंटन की कार्रवाई क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा की जाती है। कितु पीएफसी बिल्डिग और फील्ड हास्टल अधिशाषी अभियंता कार्यालय के अधीन रहता है। क्षेत्रीय कार्यालय का कोई स्टॉफ कब्जा दिलाने गया था। उसकी जानकारी मेरे पास नहीं है। केएन श्रीवास्तव क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा, अयोध्या भूखंड एवं भवनों आदि का आवंटन व कब्जा देना क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकार में है। यह प्रक्रिया पूरे विभाग में लागू है। जब उनके स्थानीय स्टॉफ ने सूचना दी तो इस मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कराया गया। एनके आदर्श वरिष्ठ प्रबंधक सिविल यूपीसीड, लखनऊ