IPL Auction 2026: यूपी के प्रशांत वीर कैसे बने आईपीएल के सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी? दिलचस्प है इसके पीछे की कहानी
अमेठी के प्रशांत वीर को चेन्नई सुपर किंग्स ने आइपीएल 2026 में 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा है। 20 वर्षीय प्रशांत आइपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड खि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अमेठी। IPL Auction 2026 | आइपीएल 2026 में अमेठी के प्रशांत वीर को चेन्नई सुपर किंग्स ने 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा है। इसके साथ ही 20 वर्षीय प्रशांत आइपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं। ये नीलामी अबू धाबी में हुई है।
लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रशांत वीर त्रिपाठी जिले के संग्रामपुर ब्लाक के गूजीपुर गांव के रहने वाले हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूती नहीं है। पिता पहले शिक्षामित्र थे, लेकिन घर में कार्य का बोझ अधिक होने के कारण त्याग पत्र दे दिया था।
खेती कर बेटे के सपनों में सफलता का रंग भरने वाले पिता ने बताया कि बेटे को कामयाब बनाना ही मकसद था, आज सपना पूरा हो गया।

आइपीएल में बेटे की बोली लगने पर प्रशन्नचित मुद्रा में पिता रामेंद्र तिवारी व मां अंजना तिवारी : जागरण
भावुक मां बोली, भारतीय टीम में खेले बेटा
प्रशांत के चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा बनने की जानकारी होते ही परिवार के साथ पूरे जिले में जश्न का माहौल है। सामान्य परिवार में जन्में प्रशांत वीर ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर आइपीएल में जगह बनाकर जिले का नाम रोशन किया है।
प्रशांत वीर के पिता रामेंद्र त्रिपाठी सहजीपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा मित्र रह चुके हैं। जबकि मां अंजना तिवारी गृहणी हैं। बेटे की इस बड़ी उपलब्धि पर मां ने भावुक होते हुए कहा कि मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा भारतीय टीम में खेले और देश का नाम रोशन करें।

कुछ ऐसे आगे बढ़ा प्रशांत वीर का सफर
प्रशांत वीर की प्राथमिक शिक्षा संग्रामपुर के भारद्वाज एकेडमी एवं केपीएस स्कूल में हुई। प्राथमिक शिक्षा के ही दौरान इन्हें क्रिकेट के प्रति विशेष रूचि थी। शहर स्थित डा. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में तैनात कोच गालिब अंसारी की देखरेख में क्रिकेट की तैयारी शुरू की। इनका चयन स्पोर्ट हास्टल मैनपुरी में हो गया।
मैनपुरी से ही कक्षा नौ और 10 की परीक्षा उत्तीर्ण की। जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा सहारनपुर से उत्तीर्ण की है। प्रशांत वीर स्कूल फेडरेशन आफ इंडिया की अंडर -19 टीम में प्रतिभाग कर चुके हैं।

प्रशांत वीर ने वर्ष 2017 में सहारनपुर की एसबीयूए एकेडमी से क्रिकेट प्रशिक्षण प्राप्त किया था। शुरू से ही एक आलराउंडर खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बना ली थी।
पिछले तीन वर्ष से वे यूपी टी-20 लीग में नोएडा किंग्स टीम से खेल रहे हैं। इस बार उन्होंने टीम की कप्तानी भी की और शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सकी, लेकिन प्रशांत वीर ने अपने उम्दा प्रदर्शन से इमर्जिंग प्लेयर आफ द टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया था।

इससे पहले मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी में भी खेल चुके हैं। उनके रणजी टीम में चयन की खबर से गांव में जश्न का माहौल है। इंटरनेट मीडिया और फोन के माध्यम से रणजी टीम में चयन को लेकर लोग बधाई दे रहे है। पिता रामेंद्र तिवारी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जल्द ही बेटा भारतीय टीम का हिस्सा बनेगा।
छोटा भाई भी ले रहा क्रिकेट का प्रशिक्षण
छोटा भाई आर्य वीर भी कानपुर के कमला क्लब में क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहा हैं। जबकि बड़ी बहन निकिता तिवारी का विवाह हो चुका है। गांव की गलियों से क्रिकेट खेलते हुए प्रशांत वीर ने अमेठी स्टेडियम से लेकर लखनऊ तक का सफर अपने कठिन परिश्रम और समर्पण से तय किया है। आइपीएल में चयन के साथ ही उन्होंने यह साबित कर दिया है कि जुनून, मेहनत और विश्वास से कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता।

परिवारजन व ग्रामीणों ने ऑनलाइन देखी नीलामी
प्रशांत वीर की बोली देखने के लिए माता-पिता, परिवारजन और ग्रामीण लैपटाप व मोबाइल पर आनलाइन नीलामी प्रक्रिया देख रहे थे। शाम को अंतिम समय में चेन्नई सुपर किंग की टीम ने प्रशांत वीर की 14 करोड़ 20 लाख रुपये बोली लगाई। जिसे देखकर सभी हर्षित हो गए। एक दूसरे को बधाई देते हुए मुंह मीठा कराया।
कक्षा पांच से बदला रास्ता
पिता रामेंद्र त्रिपाठी कहते है कि बेटा कक्षा पांच तक पढ़ने में बहुत मेधावी था। पांचवी में टॉप करने के बाद बेटे ने क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई। उसने कहा कि पापा मैं अब क्रिकेट खेलूंगा। इसके बाद मैंने बेटे को आगे बढ़ाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की, जो मुझसे बन पड़ा।

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