सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी
महिला अस्पताल में एक दशक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नौ मार्च से नहीं हैं चिकित्सक

अमेठी : सरकार नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है। अस्पताल भवनों के रखरखाव व स्वास्थ्य सुविधाओं पर करोड़ों का बजट खर्च कर रही है, लेकिन विभाग और कर्मचारी मरीजों के प्रति कोई जिम्मेदारी निभाने को तैयार नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओदारी में अस्पताल बनने के छह साल बाद भी चिकित्सक की तैनाती केवल कागजों तक ही सीमित है। नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नौ मार्च से चिकित्सक ही नहीं हैं, जबकि नगर के महिला चिकित्सालय में महिला चिकित्सक हैं न ही स्टाफ नर्स की तैनाती हुई है। वहीं पीपी सेंटर(प्रसव केंद्र) में तैनात महिला चिकित्सक कभी कभार ही अस्पताल आती हैं। बुधवार को हुई जागरण पड़ताल की रिपोर्ट..
²श्य एक : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओदारी में बुधवार दोपहर बारह बजे चिकित्सक और फार्मासिस्ट गायब मिले। ओपीडी में ताला लटका मिला। परिसर में ही सरकारी क्वार्टर में डा विक्रम प्रसाद फार्मासिस्ट की नेमप्लेट लगी है, जबकि रूम में ताला। अस्पताल आई मरी•ा रामकली, रामरती, सोनी, राजकुमारी, सुनीता ने बताया कि इहां डाक्टर तो कबहों नहीं आवत। कंपाउंडर अपने रूम परि डाक्टर बनकै देखत अहैं। दवा कबहूं अस्पताल से तो कबहूं बाहर के लिखत हवे। ग्राम प्रधान उदारी ने बात करने पर बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 2016 में करीब एक करोड़ की लागत से बना था। अस्पताल में डा कैलाश प्रजापति के जाने के बाद किसी चिकित्सक की तैनाती नहीं हुई।
²श्य दो : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जायस दोपहर एक बजे चिकित्सक की कुर्सी खाली पड़ी है। चिकित्सा प्रभारी कक्ष में फार्मासिस्ट एमएल चौधरी आने वाले मरीजों को देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सा प्रभारी डा मनीष सिंह नौ मार्च को तीन साल की ट्रेनिग पर लखनऊ गए हैं।
²श्य तीन : राजकीय महिला अस्पताल जायस में करीब एक दशक से महिला चिकित्सक व कई वर्षों से स्टाफ नर्स की तैनाती नहीं है। फार्मासिस्ट मो शाहिद अपने कक्ष में महिला मरीजों को देखते मिले। पीपी सेंटर में ताला लटका मिला। यहां तैनात चिकित्सक 17 मार्च से अस्पताल नहीं आई हैं।
-बोले सीएचसी अधीक्षक
सीएचसी अधीक्षक डा एचपी यादव का कहना है कि डा काजल साहू की अस्पताल से गायब रहने की शिकायत मिली है। कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे।
-सीएमओ ने कहा
सीएमओ डा सीमा मेहरा का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बहुत जल्द चिकित्सक की तैनाती होगी। साथ ही चिकित्सकों के अस्पताल न आने की शिकायत की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
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