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    यूपी के इस जिले में डेढ़ लाख किसानों की नहीं हुई फार्मर रजिस्ट्री, नहीं मिलेगा पीएम किसान सम्मान का पैसा

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 04:37 PM (IST)

    अमेठी में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत फार्मर रजिस्ट्री न कराने वाले 1.5 लाख किसानों को नवंबर की किस्त से वंचित होना पड़ सकता है। जिले में केवल 1.64 लाख किसानों ने ही रजिस्ट्री कराई है जबकि लक्ष्य 3.18 लाख है। फार्मर आईडी न होने से किसानों को कई सरकारी योजनाओं और सेवाओं से वंचित रहना पड़ेगा।

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    डेढ़ लाख से अधिक किसानों की नहीं हुई फार्मर रजिस्ट्री।

    जागरण संवाददाता, अमेठी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के बावजूद फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराने वाले एक लाख 54 हजार किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अगस्त में जिले के दो लाख 68 हजार 288 किसानों को पीएम किसान योजना का लाभ मिला है।

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    अभी तक सिर्फ एक लाख 64 हजार किसानों ने ही फार्मर रजिस्ट्री कराई है। फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराने वाले किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की नवंबर में मिलने वाली किस्त से वंचित होना पड़ेगा।

    फार्मर रजिस्ट्री संबंधी आंकड़ा

    • 3.18 लाख किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य।
    • 1.64 लाख किसानों ने कराई फार्मर रजिस्ट्री।
    • 1500 से अधिक जनसेवा केंद्रों पर फार्मर रजिस्ट्री बनने का है दावा।

    फार्मर आईडी नहीं होने से क्या है नुकसान

    फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराने वाले किसानों को पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली किस्त प्राप्त नहीं होगी, फसल खराब होने पर किसान फसल बीमा का दावा नहीं कर सकेंगे, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराने वाले किसानों की उपज की आसान बिक्री नहीं हो सकेगी, कृषि अनुदान और सहायता मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

    किसानों को कृषि संबंधित सरकारी योजनाओं और सेवाओं जैसे खाद-बीज खरीद, उद्यान विभाग से दी जाने वाली योजनाएं, किसान क्रेडिट कार्ड आदि का लाभ नहीं मिलेगा, मिट्टी जांच और फसल परामर्श सेवाओं का लाभ नहीं मिलेगा और भविष्य में लागू होने वाली योजनाओं और सेवाओं में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

    किसान फार्मर रजिस्ट्री के फायदे

    किसानों को ऋण लेने के लिए बार-बार राजस्व रिकार्ड देना पड़ता है। किसान रजिस्ट्री होने से उनके नंबर को संबंधित एप पर डालकर पूरा विवरण देखा जा सकेगा, इससे किसान कल्याण की योजनाएं बनाने और उनके क्रियान्वयन में आसानी होगी। लाभार्थियों के सत्यापन, कृषि उत्पाद के विपणन और अन्य वित्तीय मामलों में भी सहूलियत मिलेगी।

    साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि का भुगतान, फसली ऋण के लिए किसान क्रेडिट कार्ड, फसल बीमा, आपदा के दौरान किसानों को क्षतिपूर्ति देने के लिए किसानों को चिन्हित करने में आसानी होगी।

    फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पाने के मुख्य कारण और जिम्मेदार

    बीते एक वर्ष से अधिक समय से फार्मर रजिस्ट्री हो रही है। इस कार्य में कृषि विभाग के कर्मी और राजस्व लेखपाल लगाए गए थे। इसके अलावा सीएससी (जन सेवा केंद्र) संचालकों को भी यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। फार्मर रजिस्ट्री के लिए गांव-गावं शिविर आयोजित कर फार्मर रजिस्ट्री किया गया, लेकिन नेटवर्क समस्या व साइट धीमा चलने होने की वजह से बड़ी संख्या में किसानों का फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो सका। अभियान समाप्त होते ही राजस्व लेखपाल और कृषि विभाग के जिम्मेदार फार्मर रजिस्ट्री का कार्य भूल गए।

    जिन किसानों ने अभी तक फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराई है, वे किसान किसी भी जन सुविधा केंद्र पर पहुंचकर आधार कार्ड, मोबाइल और अपने सभी भूमि संबंधी अभिलेख के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। साथ ही 16 अक्टूबर से जिल में फार्मर रजिस्ट्री के लिए अभियान चलाया जाएगा। किसानों से अपील है कि वे जल्दी से जल्दी फार्मर रजिस्ट्री करा लें। -सत्येंद्र कुमार तिवारी, उपनिदेशक कृषि।