अमेठी में किसानों की सूखती उम्मीदों को मिली संजीवनी, अब धान और सब्जियों की फसल होगी बंपर
अमेठी में कई दिनों बाद हुई बारिश से किसानों को राहत मिली है। धान की मुरझाई फसलें फिर से खिल उठी हैं क्योंकि यह बारिश उनके लिए संजीवनी साबित हुई है। कृषि वैज्ञानिक लाल पंकज सिंह ने बताया कि इससे सिंचाई का खर्च भी कम होगा और अन्य फसलों व नए पौधों को भी लाभ होगा। रबी की सब्जियों की नर्सरी के लिए भी यह बारिश फायदेमंद है।

जागरण संवाददाता, अमेठी। कई दिनों के बाद सोमवार को हुई बारिश से फसलों को संजीवनी मिल गई है, जिससे किसानों के चेहरे भी खिल गए। बारिश के चलते मौसम भी सुहाना हो गया है। जिससे उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिल गई है।
कृषि विज्ञान केंद्र कठौरा के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक लाल पंकज सिंह ने बताया कि कई दिनों से बारिश न होने तथा तेज धूप के कारण धान की फसलें मुरझाने लगी थी। बालियां निकलते समय या दाने बनते समय फसल को पानी की अधिक जरूरत होती है, ऐसे में यह बारिश फसलों के लिए अमृत के समान लाभदायक होगी।
बारिश होने से किसानों का सिंचाई पर होने वाले व्यय से भी मुक्ति मिल गई है। बहुत से किसानों ने अपने खेतों की सिंचाई पंपिंग सेट से अथवा ट्यूबवेल चलाकर प्रारंभ भी कर दिया था। उन्होंने कहा कि बारिश की कमी से फसलों में रोग व कीटों का प्रकोप भी बढ़ जाता है।
यह बारिश धान के अतिरिक्त अन्य फसलों जैसे तिल, ज्वार, बाजरा तथा मोटे अनाज के लिए भी लाभदायक है। बागों में रोपित नये पौधे के लिए भी बारिश फायदेमंद है।
इससे उनकी वानस्पतिक वृद्धि में तेजी आ जायेगी। इसी समय रबी के लिए सब्जियों की नर्सरी भी तैयार की जा रही, उसके लिए भी यह बारिश अत्यंत लाभदायक है।
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