अमेठी में लंपी रोग से ग्रसित एक मवेशी की मौत, 12 से अधिक प्रभावित; टीकाकरण के नाम पर की जा रही सिर्फ औपचारिकता
अमेठी के बाजारशुकुल क्षेत्र में लंपी रोग तेजी से फैल रहा है जिससे पशुपालक परेशान हैं। इलाज के अभाव में एक गाय की मौत हो गई और कई मवेशी प्रभावित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके मवेशियों को अभी तक लंपी का टीका नहीं लगा है जबकि पशुपालन विभाग का कहना है कि टीकाकरण किया जा रहा है।

संवाद सूत्र, बाजारशुकुल, (अमेठी)। जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते क्षेत्र में लंपी रोग पांव पसारता जा रहा है। इससे प्रभावित होकर एक गाय की इलाज के अभाव में मौत हो गई। वहीं दर्जनभर से अधिक मवेशी लंपी रोग से प्रभावित हैं। महकमा है कि उसे पशुपालकों के मवेशियों का इलाज करने का समय नहीं है। उनकी सारी सेवाएं गोशालाओं तक सिमट कर रह गई है।
पूरे शुकुलन गांव निवासी राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की गाय लंपी रोग से ग्रसित थी। उन्होंने उसका निजी चिकित्सक से इलाज कराया। लेकिन तीन दिन बाद गाय की मौत हो गई। आज भी इनकी एक बछिया लंपी रोग से प्रभावित है। इतना है नहीं सिधौली गांव निवासी बलराम, बजरंगी, सूर्यनाथ व बैजनाथ की गाएं भी लंपी रोग से प्रभावित हैं। बलराम, बजरंगी व बैजनाथ की गायों की हालत इलाज के बाद जहां कुछ ठीक बताई जा रही है, वहीं सूर्यनाथ की एक गाय व एक बछिया आज भी जीवन मौत से जूझ रही हैं। लंपी रोग के भीषण प्रभाव से इनकी एक गाय का आधा पैर सड़कर खत्म हो चुका है तो वहीं बछिया का पैर भी सड़कर खत्म होने की कगार पर है।
नहीं हुआ टीकाकरण
पशुपालकों के मवेशियाें को आज तक लंपी से बचाव के टीके तक नहीं लगे। क्षेत्र में हजारों की संख्या में पल रहे मवेशियों समेत 2522 गोवंश गोशालाओं में पल रहे हैं जिनके टीकाकरण की जिम्मेदारी पशुपालन विभाग की है। लेकिन पशु चिकित्साधिकारी की मानें तो आज तक मात्र 1200 मवेशियों को है लंपी की वैक्सीन लगाई जा सकी है। आंकड़ों के सापेक्ष अभी तक गोशाला के गोवंशों का भी टीकाकरण नहीं हो पाया है।
कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों की मानें तो उनके मवेशियों को आज तक लंपी की वैक्सीन नहीं लगी है। ग्रामीण राकेश, मजीद, महेश, जगन्नाथ, शिव कुमार, मनोज, कमल किशोर, हरिहर प्रसाद, जमुना, करुणा शंकर आदि ने मवेशियों को लंपी का वैक्सीनेशन कराए जाने की मांग की है।
गांवों में छिटपुट मवेशी लंपी से प्रभावित हैं। मवेशियों को वैक्सीन लगाई जा रही है। स्टाफ कम है फिर भी प्रयास चल रहा है। लंपी से हुई गाय की मौत संज्ञान में नहीं है। फिर भी पशुपालक से संपर्क कर जानकारी की जाएगी।- डॉ. राज नारायण, प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी बाजारशुकुल
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