अब फसलों की सिंचाई होगी आसान, अमेठी में 3.23 करोड़ रुपये से बनेंगे पांच कृषि फीडर; 50 हजार से अधिक किसानों को मिलेगा फायदा
अमेठी के किसानों के लिए खुशखबरी! 3.23 करोड़ रुपये की लागत से पांच नए कृषि फीडर बनेंगे, जिससे 50 हजार से अधिक किसानों को सिंचाई में आसानी होगी। इससे फसल उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी। यह पहल कृषि विकास को बढ़ावा देगी।

देवेंद्र सिंह परिहार, अमेठी। अन्नदाताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति प्रदान करने के लिए सरकार ने नई व्यवस्था लागू की है। सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने के साथ ही आपूर्ति में व्यवधान न हो इसलिए निजी नलकूपों के लिए अलग से कृषि फीडर स्थापित किए जा रहे हैं। जिले में पांच कृषि फीडर स्थापित होंगे। इस कार्य के लिए 3.23 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। फीडर बनने के बाद किसानों को लो-वोल्टेज व ओवरलोड की समस्या से निजात मिलने के साथ बेहतर बिजली मिलेगी।
ग्रामीण क्षेत्र में अब तक उपकेंद्रों पर एक ही फीडर से घरेलू, व्यावसायिक कनेक्शन के साथ ही छोटे-मोटे कल-कारखानों, सरकारी व निजी नलकूपों को बिजली दी जा रही है। ऐसे में जर्जर तारों व लोड अधिक होने के चलते लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती थी। इससे नलकूप नहीं चल पा रहे थे। वहीं ओवरलोड के कारण आ रही खराबी से कई घंटे तक विद्युत आपूर्ति भी बाधित रहती थी।
किसानों को अब इस मुसीबत से बचाने के लिए विभाग द्वारा नलकूपों व गांवों की विद्युत लाइन को अलग करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत अमेठी, भादर, बाजारशुकुल, जगदीशपुर व जामो के किसानों को खेतों की सिंचाई करने में कोई असुविधा न हो जिसके लिए अलग से कृषि फीडर बनाया जा रहा है। इससे गांवों में किसानों को बिजली दी जाएगी। फीडर निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। इन फीडरों से सिर्फ किसानों के नलकूपों को सिचाई के लिए विद्युत आपूर्ति दी जाएगी। नई व्यवस्था होने से नलकूपों के संचालन में लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी।
50 हजार से अधिक किसानों को होगा फायदा
जिले में पांच कृषि फीडरों से अभी तक 1,154 किसानों के नलकूपों को विद्युत आपूर्ति की जाएगी। बेहतर विद्युत आपूर्ति होने से क्षेत्र के पचास हजार से अधिक किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
यहां बनाए जा रहे कृषि फीडर
बड़गांव बिजली घर से वर्ड बैंक फीडर जिसकी कुल लंबाई 20 किमी है। इस फीडर पर 262 नलकूप हैं।
भादर बिजली घर से भीमी फीडर जिसकी कुल लंबाई नौ किमी है। इस फीडर से 172 नलकूप हैं।
बाजारशुकुल बिजली घर से बाजारशुकुल फीडर, जिसकी कुल लंबाई नौ किमी। इस फीडर से 222 नलकूप हैं।
वारिशगंज बिजली घर से वारिशगंज फीडर जिसकी कुल लंबाई दस किमी। इस फीडर से 120 नलकूप हैं।
जामो बिजली घर से हरगांव फीडर जिसकी कुल लंबाई 14 किमी। इस फीडर से 375 नलकूप हैं।
किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराए जाने के लिए कृषि फीडरों का निर्माण कराया जा रहा है। फीडरों से किसानों को पर्याप्त बिजली आपूर्ति मिलेगी। इससे उन्हें खेती किसानी के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। अन्नदाताओं को निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति मिलेगी।- धर्म विजय, अधीक्षण अभियंता

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