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    रायबरेली के बाद अमेठी में मॉब लिंचिंग, मजदूरी कर लौट रहे श्रमिक की पीट-पीट कर हत्या

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 11:33 PM (IST)

    अमेठी के गुंगवाछ गांव में मजदूरी कर लौट रहे एक श्रमिक की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक के भाई ने पड़ोसी और बहन के दामाद पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। आरोप है कि भूमि विवाद के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया। मृतक 15 वर्ष पहले पत्नी की मृत्यु के बाद अपने भाई के साथ रहता था।

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    संवाद सूत्र, अमेठी। मजदूरी करके वापस घर लौट रहे श्रमिक की लाठी-डंडा से पीट-पीट तथा धारदार हथियार से हमलाकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद तीन हमलावर फरार हो गए। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। घटना के बाद एक बार फिर गुंगवाछ गांव चर्चा में आ गया है।

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    देर रात घटना की दी तहरीर

    मृतक के भाई धर्मराज ने देर रात घटना में दो को नामजद करते हुए तहरीर दी। पड़ोसी रवि कश्यप, बहन के दामाद हुबलाल उर्फ दीपक ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं बहन सतना, इनकी पुत्री शोभा, दूसरी बहन करमइता पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।

    संग्रामपुर के टीकरमाफी निवासी 60 वर्षीय निर्मल कश्यप मेहनत मजदूरी करके अपनी आजीविका चलाते थे। गुरुवार को वह तिवारी पुर मजरे गुंगवाछ निवासी अभिषेक शुक्ला के घर मजदूरी करने गए थे। देरशाम छह बजे के करीब मजदूरी कर साइकिल से वापस घर लौट रहे थे।

    गुंगवाछ गांव में 220 केवीए विद्युत उपकेंद्र के समीप तीन युवकों श्रमिक का रास्ता रोक लिया। जब तक श्रमिक कुछ समझ पाता। इससे पहले तीनों हमलावर हो गए। हमलावरों ने लाठी-डंडा तथा धारदार हथियार से हमला कर दिया। घटना में श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गया।

    आसपास के लोगों की मदद से घायल श्रमिक को एंबुलेंस से सीएचसी पहुंचाया गया। जहां चिकित्सक ने श्रमिक को मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। मृतक की कोई संतान नहीं थी। 15 वर्ष पहले पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद वह भाई धर्मराज के साथ रहते थे। कोतवाल रवि कुमार सिंह ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। घटना की जांच की जा रही है।

    दुर्घटना बताने में जुटी रही पुलिस

    श्रमिक की मौत के बाद परिवारजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं। घटना की सूचना के बाद सीएचसी पहुंची पुलिस दुर्घटना का रूप देने में लगी रही। जब परिवारजन और ग्रामीणों ने आपत्ति जताई, तो पुलिस बैकफुट आई। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवारजन से तहरीर देने कहा।

    कभी दामाद तो कभी बहन देती थी धमकी

    मृतक की भूमि को हथियाने के लिए बहन आए दिन विवाद करती थी। ग्रामीणों के मुताबिक बहन शादी के बाद भी मायके में आकर रहने लगी थी। भाइयों ने उसे हिस्सा दिया। उसने अपना घर बनवाया। बेटी, दामाद व अन्य लोगों के साथ वह टीकरमाफी गांव में रहती है। भाई धर्मराज का आरोप है कि बहन ने दो दिन पहले भी यही कहा था कि जै दिन जीना हो जी लो उसके बाद सब हमारा हो जाएगा। आरोप है कि बहन के दामाद भी आए दिन धमकाते थे।

    एक बार फिर चर्चा में आया गुंगवाछ

    गुंगवाछ गांव में श्रमिक की पीट-पीट कर हत्या होने के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गया। गुंगवाछ के राजापुर गांव में भूमि संबंधित विवाद में 15 मार्च 2022 को पूर्व प्रधान अमरेश यादव, उनकी पत्नी नइका, संकटा प्रसाद यादव, इनके पुत्र हनुमान उर्फ बजरंगी की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।