अमेठी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाए जाएंगे ये 20 कोर्स, इतनी सीटों की मिली स्वीकृति; 40 छात्रों ने लिया प्रवेश
अमेठी के तिलोई में नवनिर्मित स्वशासी मेडिकल कॉलेज में 20 पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू होगी। नेशनल मेडिकल काउंसिल ने 50 सीटों की स्वीकृति दी है जिनमें से 40 पर प्रवेश हो चुके हैं। कॉलेज में फैकल्टी भवन और छात्रावास तैयार हैं। नए कॉलेजों में छाती रोग विभाग नहीं होगा जनरल मेडिसिन में ही फेफड़ों की पढ़ाई होगी। सभी छात्रों के प्रवेश के बाद नियमित पढ़ाई शुरू होगी।

संवाद सूत्र, तिलोई (अमेठी)। नव निर्मित स्वशासी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाले मेडिकल छात्रों को 20 कोर्स में पढ़ाई कराई जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। अभी स्वशासी मेडिकल कॉलेज को नेशनल मेडिकल काउंसिल ने 50 सीटों में प्रवेश की स्वीकृति मिली है, जिसमें से स्टेट के लिए एलाट हुए कोटे में 85 प्रतिशत सीटों के हिसाब से 43 प्रवेश होने थे, किंतु कतिपय कारणों से 41 सीटें ही एलाट की गई हैं। जिनमें से 40 छात्रों ने अभी तक प्रवेश लिया है।
नेशनल की द्वितीय काउंसिलिंग हो चुकी थी। ऐसे में तीसरी काउंसिलिंग के बाद केंद्र के हिस्से की सात सीटें भरी जाएंगी। प्रधानाचार्य डॉ. रीना शर्मा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में निर्माण अंतिम चरण में है। पढ़ाई के लिए फैकल्टी, एकेडमिक भवन और ब्वायज, गर्ल्स हास्टल, मेस आदि तैयार हो चुके हैं।
मेडिकल कॉलेज में यह 20 कोर्स पढ़ाए जाएंगे
एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री, फार्माकोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रो बायोलॉजी, फारेंसिक मेडिसिन एंड टाक्सिकोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, पेड्रियायाटिक्स, डर्मेटोलॉजी, साइकियाट्री, जनरल सर्जरी, आर्थोपेड्रिक्स, आटरहिनोलरिंगियोलाजी (ईएनटी), आप्थालमोलॉजी, आब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनकालेजी, एनेस्थीसियालॉजी, रेडियो डायग्नोसिस, डेंटिस्ट्री।
चेस्ट विभाग की फैकल्टी नहीं रहेगी
पुराने मेडिकल कॉलेजों में फेफड़ा विभाग की फैकल्टी होती थी। लेकिन, नए मेडिकल कॉलेजों में फेफड़ा विभाग को खत्म कर दिया गया है। अब जनरल मेडिसिन में ही नए मेडिकल कॉलेजों में फेफड़े के संबंध में पढ़ाई होगी।
नव निर्मित स्वशासी मेडिकल कालेज में प्रवेश लेने वाले छात्रों की सुचारू रूप से पढ़ाई अगले माह शुरू हो पाएगी। उसका कारण यह है कि सभी छात्र जब तक एडमिशन नहीं लेंगे तब तक दिक्कत रहेगी। मेडिकल कालेज में टीचिंग स्टाफ पूर्ण है।मेडिकल शिक्षण कार्य के लिए मेडिकल कालेज प्रबंधन पूरी तरह तैयार है। -डॉ. रीना शर्मा, प्रधानाचार्य, स्वशासी मेडिकल कॉलेज, तिलोई।
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