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    Amethi Lok Sabha: राहुल गांधी नहीं… अमेठी में इस वजह से हारी स्मृति ईरानी, इस नौजवान ने किए चौंकाने वाले खुलासे!

    Amethi Lok Sabha result - कांग्रेस ने भारी बहुमत पाकर अमेठी लोकसभा सीट पर वापसी की है। बीजेपी की इस करारी हार के कई कारण गिनाए जा रहे हैं। इसमें युवा मतदाताओं की नाराजगी भी पराजय की प्रमुख वजह में से एक है। अग्निवीर योजना के लागू होने के साथ ही विरोध शुरू हो गया था। इसके बावजूद सरकार ने कदम पीछे हटाना उचित नहीं समझा।

    By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 08 Jun 2024 08:55 PM (IST)
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    Amethi Lok Sabha: राहुल गांधी नहीं… अमेठी में इस वजह से हारी स्मृति ईरानी, नौजवान ने किए चौंकाने वाले खुलासे!

    संवाद सूत्र, अमेठी। Amethi Lok Sabha result - कांग्रेस ने भारी बहुमत पाकर अमेठी लोकसभा सीट पर वापसी की है। बीजेपी की इस करारी हार के कई कारण गिनाए जा रहे हैं। इसमें युवा मतदाताओं की नाराजगी भी पराजय की प्रमुख वजह में से एक है। अग्निवीर योजना के लागू होने के साथ ही विरोध शुरू हो गया था। इसके बावजूद सरकार ने कदम पीछे हटाना उचित नहीं समझा। 

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    इसी का खामियाजा भाजपा को लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा। जिले के तमाम ऐसे युवा हैं, जिन्होंने भाजपा को सिर्फ इसलिए वोट नहीं दिया कि सेना में जाकर देश की सेवा का उनका सपना एक योजना की भेंट चढ़ गया। 

    अमेठी विधानसभा के ब्लाक संग्रामपुर, भादर, भेटुआ, अमेठी में सैनिक और पूर्व सैनिकों की काफी संख्या है। यहां के युवाओं का पहला सपना सेना में जाने का होता है। यहां के युवक सैन्य भर्ती रैलियों में बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। 

    अमेठी के कई युवा देश की सरहद पर अपना सर्वोच्च न्योछावर कर चुके हैं। सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं व उनके अभिभावकों में अग्निवीर योजना को लेकर रोष देखने को मिला।

    इन युवकों ने कही युवाओं की जुबानी

    संग्रामपुर के शुकुलपुर निवासी राजू मिश्र ने बताया कि अग्निवीर योजना को तत्काल वापस ले लेना चाहिए। इससे सरकार को भी नुकसान हुआ है ये समझने की जरूरत है। योजना समय रहते बंद नहीं किया गया तो अगली बार के चुनाव में हालत और खराब होगी। 

    शिवम दुबे ने कहा कि सेना में जाने का सपना था। तैयारी के लिए गांव में पर्याप्त संसाधन नहीं थे। इसके चलते शहर में आकर लिखित और शारीरिक परीक्षा के लिए अलग-अलग कोचिंग शुरू की। दो वर्ष तक भर्ती ही नहीं आई और जब भर्ती आई तो पता चला कि अग्निवीर योजना शुरू हो गई है। फिर घर लौटना पड़ा।

    नहीं करनी ठेके पर सेना की नौकरी

    रोहित कुमार ने कहा कि हाईस्कूल की परीक्षा पास करते ही सेना की तैयारी शुरू कर दी थी। इंटरमीडिएट पास किया, लेकिन तीन वर्ष भर्ती ही नहीं हुईं। इसके बाद अग्निवीर योजना लागू कर दी गई। चार वर्ष के लिए ठेके पर सेना की नौकरी करने से बेहतर है, घर में खेती किसानी की जाए। सुशील कुमार ने कहा कि सरकार ने इस योजना के नाम पर सिर्फ युवाओं के साथ छलावा किया।

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