अमेठी का संजय गाधी अस्पताल बनेगा मेडिकल कॉलेज
अमेठी: 34 वषरें पुरानी हसरत पूरी होने को है। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो जिले के मुंशीगंज में स्थित संजय गा
अमेठी: 34 वषरें पुरानी हसरत पूरी होने को है। सबकुछ ठीक ठाक रहा तो जिले के मुंशीगंज में स्थित संजय गाधी अस्पताल मेडिकल कॉलेज में तब्दील हो जाएगा। संजय गाधी के निधन के बाद उनकी मा व तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाधी व अमेठी के तत्कालीन सासद राजीव गाधी की इच्छा संजय गाधी पीजीआइ का निर्माण अमेठी में करवाने की थी। किन्हीं कारणों से पीजीआइ लखनऊ में बनी तभी अमेठी के मुंशीगंज में उसी की तर्ज पर संजय गाधी अस्पताल का निर्माण कराया गया। अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना थी, लेकिन समय ने अबतक ऐसा नहीं हो सका। कभी संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट तो कभी राजीव गाधी चैरिटेबल ट्रस्ट व फोर्टिस ने अस्पताल का संचालन किया। अस्पताल को जिला प्रशासन ने भूमि मेडिकल कालेज के लिए ही उपलब्ध कराई थी। ऐसा न होने पर अनुबंध खत्म करने के लिए कई बार प्रशासन ने अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी दी है। पिछले वर्ष भूमि का अनुबंध इस शर्त के साथ बढ़ाई गई कि प्रबंधन जल्द ही संजय गाधी अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के रूप में उच्चीकृत करेगा। सूत्रों की मानें तो छह जून को मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए प्रदेश सरकार की जांच टीम इलाहाबाद मेडिकल कालेज के प्रोफेसर डा. एसपी सिंह की अगुवाई में अस्पताल पहुंची थी। टीम के रिपोर्ट के बाद अस्पताल प्रबंधन को एनओसी मिलने की उम्मीद है। सूत्र बताते हैं कि प्रक्रिया इसी माह पूरी कर ली जाएगी। इसके मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से जुलाई माह में मेडिकल कॉलेज के रूप में अस्पताल को उच्चीकृत करने की प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। अस्पताल प्रबंधन को उम्मीद है कि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगस्त तक अस्पताल मेडिकल कालेज के रूप में स्थापित हो जाएगा। इस पर अमल भी शुरू हो गया है।
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-संजय गांधी की याद में अस्पतालों का हुआ निर्माण
1980 में अमेठी सांसद संजय गांधी का निधन हो गया। निधन के बाद हुए उपचुनाव में राजीव गांधी सांसद बने। राजीव व इंदिरा ने अमेठी में संजय की याद को हमेशा ताजा रखने के लिए पीजीआई के निर्माण की योजना बनाई। परिवार से जुड़े बुजुर्ग नेता बताते हैं कि प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीपी सिंह के निवेदन पर लखनऊ के करीब पीजीआई की स्थापना करने अनुमति मिली थी। तब एक ही नक्शे पर दोनों जगह अस्पताल का निर्माण कराया गया। पीजीआइ व अस्पताल मुंशीगंज की शुरुआती इमारत एक सी है।
-1982 में हुआ शिलान्यास
इसका शिलान्यास एक सितंबर 1982 को तत्कालीन प्रधानमंत्री व संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की अध्यक्ष इंदिरा गांधी ने किया। इस मौके पर पूरा गांधी नेहरु परिवार मौजूद रहा। संचालन 1983 में शुरु हुआ। 66 एकड़ भूमि में बने अस्पताल में 36 डाक्टरों और 100 सौ से अधिक कर्मचारी आवास बने हैं। इस समय यहां दो दर्जन से अधिक चिकित्सक और दो सौ से अधिक स्टाफ है।
-आई हास्पिटल व नर्सिग कालेज भी हैं कैंपस में स्थापित
इंदिरा गांधी नेत्र चिकित्सालय व नर्सिग स्कूल भी संजय गांधी अस्पताल में संचालित हो रहे हैं। इसमें गांधी नेहरु परिवार के लोगों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस का बना है।
जांच के लिए आई थी टीम
''प्रदेश सरकार की टीम जांच के लिए अस्पताल आई थी। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही अस्पताल मेडिकल कालेज के रूप में उच्चीकृत हो जाएगा। प्रबंधन इसके लिए लगातार प्रयासरत है। ''
अवधेश शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर, संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज
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