वृद्धा का शव दुकान के बाहर रख ग्रामीणों ने जताया विरोध
मालीपुर थाने के सलहदीपुर चौराहे का मामला विवादित दुकान का ताला तोड़ सामान ले जाने पर शुरू हुआ बवाल

मालीपुर (अंबेडकरनगर): विवादित दुकान का ताला तोड़कर उसमें रखा किराएदार का सामान जबरन उठा ले जाने और उसके कथित मालिक को बेदखल करने पर ग्रामीणों ने वृद्धा के शव को दुकान के बाहर रख जोरदार हंगामा किया। पुलिस ने ताला तोड़ने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। प्रकरण मालीपुर थाने के सलहदीपुर चौराहे का है।
मालीपुर थाने के आजनपारा गांव की वृद्धा नोहरा बेटे की बीमारी और आर्थिक किल्लत के चलते वर्षभर से पुत्री के घर रहती थीं। सलहदीपुर चौराहे पर इनकी चार पुश्तैनी दुकानें हैं। इनमें से एक दुकान पर वृद्धा का कब्जा था। उसे किराये पर दे रखा था। आजनपारा के रन बहादुर यादव ने वृद्धा की बेटी से साठगांठ कर एक कमरा अपने नाम बैनामा करा लिया। इसकी जानकारी पुत्रों को हुई तो वे लोग अपनी मां को बहन के घर से लेकर गांव चले आए और मालीपुर पुलिस को तहरीर दी। फर्जी बैनामे का आरोप लगाकर पुत्र विजय व अन्य ने न्यायालय में मुकदमा दायर कर दिया। पुलिस ने विवाद को देखते हुए दुकान में ताला लगवा दिया और दोनों पक्षों के कई लोगों का शांतिभंग में चालान कर दिया। गत गुरुवार रात वृद्धा की मौत हो गई। एक कमरे का बैनामा कराने वाले दुकानदार ने विवादित दुकान का ताला तोड़कर किराएदार का सामान जबरन हथिया लिया। पीड़ित किराएदार ने अपने सामान की मांग की तो उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगा। दुकान में लगा ताला तोड़ने की सूचना मृतका के परिवारजन को मिली तो ग्रामीणों ने शव को दुकान के सामने रखकर विरोध जताना शुरू कर दिया। थानाध्यक्ष राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि पुत्र विजय की लिखित सूचना पर जांच-पड़ताल की जा रही है। सगे भाइयों समेत तीन के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा
टांडा (अंबेडकरनगर) : पुलिस ने सगे भाइयों समेत तीन युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का दर्ज किया है। यह कार्रवाई पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर की है। मामला छह माह पहले का है।
टांडा कोतवाली के एक गांव की महिला ने कोर्ट में याचिका दायर कर बताया था कि गत वर्ष 16 सितंबर की देर शाम वह नित्य क्रिया के लिए जा रही थी। हउदवा के पास पहुंची थी कि गांव के प्रकाश चौहान, सुरेश चौहान व विजय चौहान इज्जत लूटने की नीयत से उसके पास पहुंचे। सुरेश ने कनपटी पर कट्टा लगा दिया। प्रकाश ने कुछ सुंघा दिया, जिससे वह अर्द्ध बेहोश हो गई। इसके बाद तीनों ने दुष्कर्म किया। किसी तरह वह घर पहुंची। पति विपक्षियों के घर गए तो परिवार के सदस्य मारपीट पर आमादा हो गए। कोतवाली पुलिस ने दबाव में आकर रिपोर्ट दर्ज नहीं किया तो उसने न्यायालय की शरण ली। कोतवाल विजेंद्र शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर प्रकाश चौहान, विजय चौहान, सुरेश चौहान के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म, धमकी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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