यूपी पंचायत चुनाव में सीटों के आरक्षण का अनुमान लगा रहे प्रत्याशी, गांवों में चर्चाएं हुई तेज
इल्तिफातगंज में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। उम्मीदवार आरक्षण का अनुमान लगाकर अपनी रणनीति बना रहे हैं। टांडा विकासखंड के प्रधान अपनी शाख बचाने में लगे हैं, तो विरोधी दल उन्हें हराने की कोशिश कर रहे हैं। आरक्षण का निर्धारण न होने से प्रत्याशियों में जुगलबंदी का दौर चल रहा है। मौजूदा प्रधान मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं।

पंचायत चुनाव को विकल्प संग दाव लगाते दावेदार।
संवाद सूत्र, इल्तिफातगंज। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मी गांवों में जोर पकड़ने लगी है। ग्राम पंचायत का चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, गांवो में चुनावी हलचल साफ दिखने लगी है। प्रधान पद के प्रत्याशी अभी सीटों के आरक्षण का अनुमान लगाकर अपने अपने विकल्प की जुगलबंदी लेकर चुनाव मैदान में साठ गांठ बनाते हुए जीतने जिताने का ताल ठोक रहे है।
पंचायत चुनाव की चर्चाएं अव गांव पंचायतों में गूंजने लगी है। टांडा विकासखंड के 116 गांव पंचायत में ग्राम प्रधान अपनी शाख बचाने पर लगे है, तो कहीं पर विरोधी दल भी सक्रिय होकर शिकस्त देने का ताना बना बुनना कर दिए है।
अभी तक प्रधानों के आरक्षण के लिए सीटों का निर्धारण नहीं हुआ है, तो अभी नए नए फार्मूले के साथ प्रत्याशी ताल ठोंक रहे है। हर गांव सभा मे हरवर्ग से चाहे तो ओबीसी सामान्य या फिर एससी सीट हो, यहां जुगलबंदी का दौर जोरो पर है। लड़ने और लड़ाने दोनों की चर्चा तेज है। चुनावी मैदान में उतरने वाले धुरंधर बताते है कि मतदाताओं को लुभाने के दौर चलने चल रहा है।
फिलहाल अभी हरवर्ग के प्रत्याशी अपना अपना विकल्प तलाशने मे जुटे है कि यदि ओबीसी सीट हुई तो हम लड़ेंगे और यदि एससी हुई तो आप को सपोर्ट करेंगे, फिलहाल यही दौर चल रहा है।
मौजूदा प्रधान भी अपने विकल्प की तलाश पूरी कर अपने पांच साल का कार्य बताने के साथ मतदाताओं के पास जाकर माफीनामा पेश करते नज़र आ रहे है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।