Ambedkar Nagar News: कागजों में पूरा हो रहा पौधा लगाने का लक्ष्य, हकीकत में सूख रहे पौधे
अंबेडकरनगर में हर साल पौधारोपण किया जाता है पर देखभाल के अभाव में पौधे सूख रहे हैं। वन विभाग हरियाली के लिए विभागों को लक्ष्य देता है पर लापरवाही से पौधे नष्ट हो रहे हैं। नारीपुर मेहनाजपुर और सलाहुद्दीनपुर विद्यालय जैसे स्थानों पर लगाए गए पौधे सूख गए हैं। वनाधिकारी ने संरक्षण की जिम्मेदारी विभागों पर बताई है।

संवाद सूत्र, सम्मनपुर। धरती को हरा-भरा करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष पौधे रोपे जाते हैं। देखरेख के अभाव में न तो पौधे बच रहे, न ही धरती पर हरियाली बढ़ रही है। समाचार संग लगी फोटो जमीनी हकीकत बयां कर रही है। कागजों में केवल पौधारोपण का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है।
तालाबों, स्कूल परिसर, बंजर भूमि, चकमार्ग आदि पर हरियाली बिखेरने के लिए प्रतिवर्ष वन विभाग से सभी विभागों को पौधारोपण का लक्ष्य दिया जाता है, इसमें सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। विभागों की ओर से हरियाली का संदेश दिया जाता है।
इस वर्ष भी हजारों संख्या में पौधे रोपे गए, फोटो खींची गई लेकिन फिर पौधों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। देखरेख के अभाव में ये पौधे अब अंतिम सांस ले रहे हैं। कई जगह तो इनके नामोनिशान तक गायब हो चुके हैं।
पर्यावरण संरक्षण के तहत नारीपुर मेहनाजपुर गांव में भी बड़ी संख्या में पौधे रोपे गए थे। लापरवाही के चलते यहां अधिकांश पौधे सूख गए हैं, जो कुछ बचे भी है वे सूखने के कगार पर हैं।
सलाहुद्दीनपुर कंपोजिट विद्यालय में अभियान के तहत परिसर में बड़ी संख्या में पौधे रोपे गए थे, लेकिन अब इनका नामोनिशान तक नहीं है। प्रधानाध्यापिका गिरजा वर्मा का कहना है कि विद्यालय चहारदीवारी विहीन है।
पशुपालक जानवरों को चराने के दौरान ध्यान नहीं देते। पशु रोपे गए पौधों को नष्ट कर देते हैं। बरियावन, वल्लीपुर, कल्याणपुर, दाउदपुर, बलुआ बहादुरपुर, अस्ताबाद आदि गांवों में रोपे पौधे नष्ट होने की कगार पर हैं।
प्रभारी वनाधिकारी उमेश तिवारी ने बताया कि पौधों के संरक्षण का जिम्मा रोपने वाले विभागों पर है। कहीं पौधे सूख रहे हैं तो पौधों को बचाने के लिए जिम्मेदारों को निर्देशित किया जाएगा।
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