जहांगीरगंज में फिर से बनेगा रामलीला मंच, आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने खत्म किया आमरण अनशन
जहांगीरगंज में रामलीला मंच के पुनर्निर्माण के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया। ग्रामीण रामलीला मंच को फिर से बनाने की मांग कर रहे थे। अधिकारियों ने जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अनशन खत्म कर दिया।

संवाद सूत्र, जहांगीरगंज। अतिक्रमण के नाम पर तोड़े गए रामलीला मंच को फिर से बनवाने की मांग को तहसील प्रशासन ने मान लिया है। ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव लेकर रामलीला मंच के लिए स्थान देने का आश्वासन आलापुर तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्वत ने ग्रामीणों को दिया।
तत्पश्चात ग्रामीणों ने चौथे दिन आमरण अनशन समाप्त कर दिया। जहांगीरगंज के हरिहरपुर में सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण के नाम पर लेखपाल दयाशंकर की अगुवाई में तहसील प्रशासन ने जेसीबी से रामलीला मंच को तोड़कर नष्ट कर दिया था।
लोगों ने बड़े पैमाने पर किया अतिक्रमण
वहीं आसपास अन्य लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए अतिक्रमण को नजरअंदाज कर सिर्फ रामलीला मंच को तोड़ने की कार्रवाई को भेदभावपूर्ण व प्रशासनिक मनमानी बताते हुए आजाद अधिकार सेना पार्टी के अयोध्या मंडल कोआर्डिनेटर रजनीश त्रिपाठी व जिलाध्यक्ष मिट्ठूलाल यादव के नेतृत्व में ग्राम प्रधान अजीत कुमार, रवींद्र पांडेय, विनोद पांडेय, ओमप्रकाश, सतीश सिंह, पतिराज दुबे, बच्चाराम चौरसिया, मिश्रीलाल चौरसिया आदि ग्रामीणों ने प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए तीन नवंबर से रामलीला मंच के पास अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।
तहसील प्रशासन ने मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया लेकिन नाराज ग्रामीणों ने उन्हें 11 अक्टूबर के धरने के दौरान उनके द्वारा अन्य लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण को 10 दिनों के अंदर चिन्हित कर कार्रवाई किए जाने के वादे को याद दिलाया।
वादे के मुताबिक अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने का हवाला दिया और धरना हटाने से मना कर दिया। आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को आंदोलनकारियों में शामिल तीन लोगों रजनीश त्रिपाठी, मिट्ठूलाल यादव, मिश्रीलाल यादव ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। अनशन की जानकारी मिलते तहसीलदार पहुंचे और मांगों पर विचार का आश्वासन देकर आंदोलन खत्म कराया।

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