लखनऊ एसटीएफ ने उत्तर कुंजी संग छह को दबोचा
टीजीटी की परीक्षा में साल्वर और प्रश्नपत्र लीक करने वाले गैंग की टोह में एसटीएफ ने छह को दबोचा। ...और पढ़ें

अंबेडकरनगर : टीजीटी की परीक्षा में साल्वर और प्रश्नपत्र लीक करने वाले गैंग की टोह में पहुंची लखनऊ एसटीएफ के हाथ छह आरोपित लगे हैं। इनके कब्जे से उत्तर कुंजी भी बरामद हुई है, हालांकि जांच के दौरान यह फर्जी पाई गई।
चार आरोपितों को जलालपुर से व एक-एक को अकबरपुर और बसखारी थानाक्षेत्र से जलालपुर पुलिस और एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इनपर जलालपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
शनिवार को परीक्षा शुरू होने से पहले साल्वर व पर्चा लीक गैंग के बारे में एसटीएफ को भनक लग गई। इसके बाद संदिग्धों को चिन्हित कर एसटीएफ ने इन्हें उठाना शुरू किया। जलालपुर नरेंद्र देव नेशनल इंटर कालेज से चार, अकबरपुर कोतवाली के बीएन इंटर कालेज और बसखारी के एसबी नेशनल इंटर कालेज से एक-एक आरोपित को उठाया। इसमें कटका थाना के कुटिया अमड़ी निवासी प्रवेश को अपने साथ लेकर जलालपुर नरेंद्रदेव इंटर कालेज पहुंची पुलिस ने यहां से कुटिया अमड़ी गांव के मुकेश कुमार, प्रेमचंद और चितई पट्टी गांव के सचिन को उठाया। इनसे पूछताछ के बाद बीएन इंटर कालेज में परीक्षा दे रहे अटंगी गांव के रवींद्र कुमार यादव को पकड़ा और एसबी नेशनल इंटर कालेज से चितई पट्टी गांव के सौरभ को पकड़ा।
एक ही गांव के इन आरोपितों को प्रयागराज में पढ़ने वाले जलालपुर थाने के गणेशर गांव के मनोज ने फर्जी उत्तरकुंजी मुहैया कराई थी। उधर, मनोज को प्रयागराज में पकड़कर एसटीएफ पूछताछ कर रही है। आरोपितों से बरामद उत्तरकुंजी का परीक्षण कराने पर यह फर्जी मिली। इसके बाद प्रश्नपत्र लीक होने से घबराए प्रशासन,पुलिस और परीक्षा आयोजक ने राहत की सांस ली। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि आरोपितों से बरामद उत्तरकुंजी फर्जी है। ऐसे में छद्म उत्तर कुंजी बनाकर परीक्षार्थियों को बरगलाने, आर्थिक शोषण करने व परीक्षा प्रभावित करने में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
शरारती तत्वों का कारनामा: डीएम सैमुअल पॉल ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों ने छात्रों में भ्रम फैलाने की कोशिश की है। इसी प्रयास में कुछ वाट्स-एप नंबरों पर फर्जी उत्तर कुंजी भेजकर परीक्षा की शुचिता खराब करने की कोशिश की गई। इसमें लिप्त और लोगों के बारे में भी जानकारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जनता इंटर कालेज में पर्चा लीक होने की अफवाह पर कमिश्नर और आइजी के साथ वह भी पहुंचे थे। वहां लगे सीसी कैमरों की फुटेज खंगाली गई है। पर्ची लीक की शिकायत झूठी मिली है, लेकिन केंद्र व्यवस्थापक गिरीश चंद्र वर्मा की तरफ से कुछ खामियां बरती गई हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को मंडलायुक्त और जिला प्रशासन की तरफ से संयुक्त रिपोर्ट भेजी गई है।

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