Ambedkarnagar News: उतार-चढ़ाव के बीच घाघरा नदी का जलस्तर ठहरा, बाढ़ का खतरा बरकरार
अंबेडकरनगर में घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। अयोध्या में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है जबकि टांडा में अभी नीचे है। आलापुर और टांडा तहसील के कई गाँव बाढ़ से प्रभावित हैं जिससे 50 हजार से अधिक लोग प्रभावित होते हैं। कटान रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नदी के किनारों को व्यवस्थित किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, अंबेडकरनगर। Bपहाड़ी तथा मैदानी क्षेत्रों में लगातार बारिश के बीच घाघरा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। अयोध्या में घाघरा नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान 92.730 मीटर पार करके 19 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच स्थिर है। हालांकि, टांडा में नदी की जलधारा अभी खतरे के निशान से 61 सेंटीमीटर नीचे है।
टांडा सिंचाई खंड के सहायक अभियंता संजीत कुमार सोनकर ने बताया कि शुक्रवार की सुबह घाघरा का जलस्तर 84.95 मीटर दर्ज किया गया। नदी में जारी उतार-चढ़ाव के बीच आलापुर के मांझा कम्हरिया, अराजी देवारा आदि स्थानों पर लग रहे कटान पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
नदी में आने वाली बाढ़ से प्रत्येक वर्ष टांडा व आलापुर तहसील के वाशिंदे प्रभावित होते हैं। टांडा के मांझा उल्टहवा, मांझा कला, मांझा चिंतौरा, केवटला, नसरूल्लापुर, अवसानपुर, नैपुरा, सलोना घाट, ढेलमऊ, डुहिया, फूलपुर, महरीपुर समेत कई अन्य गांव भी बाढ के चपेट में आते है।
आलापुर के मांझा कम्हरिया, अराजी देवारा, सिद्धनाथ, हंसू का पूरा, प्रसादकुर्मी का पूरा, करियालोनी का पूरा, निषाद व मालिन बस्ती समेत कई प्रमुख गांव है, जो बाढ़ से सीधे तौर पर प्रभावित होते है। ऐसे में टांडा व आलापुर में 50 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित होती है।
सैकड़ों लोगों की गृहस्थी व हजारों एकड़ फसल पानी के सैलाब में बह जाते हैं। ऐसे में बाढ़ से तटीय इलाकों में काफी समस्याएं पेश आती हैं। बाढ़ कार्य खंड के अधिशासी अभियंता संजय कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नदी के किनारों को व्यवस्थित किया जा रहा है।
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