पांच साल में 12 नए बिजलीघरों से 100 से अधिक गांवों में फैला उजियारा
ठंडी गर्मी और बरसात में बिजली कटौती की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब बिजली पा रहे हैं।

अंबेडकरनगर: ठंडी, गर्मी और बरसात में बिजली कटौती की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब बेहतर विद्युत आपूर्ति मिलने लगी है। इसका कारण पिछले पांच वर्षों में 12 विद्युत उपकेंद्र का निर्माण है। पूर्व में 29 बिजलीघरों के सहारे तीन लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली दी जाती थी। 10 से 15 किलोमीटर लंबा बिजलीघर का दायरा होता था। इसके चलते लाइन लास और लो-वोल्टेज की समस्या हमेशा बनी रहती थी। गांव में बिजली सहज मुहैया नहीं होती थी। बिजली आ गई सुनते ही लोग खुशी के माहौल में डूब जाते थे। जब तक गांव का किसान घर से ट्यूबवेल तक पहुंच पाता तब तक बिजली चली जाती थी, लेकिन पिछले पांच साल में आपूर्ति बेहतर हुई है। इससे किसानों से लेकर घरेलू उपभोक्ताओं और कुटीर उद्योग वालों की हालत खराब थी। 70 लाख की अधिक लागत से इन उपकेंद्रों का निर्माण होने के बाद अब गांवों में भी 18 घंटे निर्बाध बिजली पहुंचने लगी है।
पांच वर्ष पूर्व बिजली आपूर्ति बदहाल थी। नहाने-पकड़ा, बर्तन धोने तक के लिए बिजली आने का इंतजार करना पड़ता था। अब बिजली कब गई और आई पता ही नहीं है। फाल्ट की समस्या भी नहीं के बराबर है।
मो. यासीन रुधौली अदाई, मालीपुर पहले गांव की बिजली आपूर्ति 12 किलोमीटर दूर स्थित मकोईया फीडर से होती थी। इसके चलते अक्सर विद्युत फाल्ट और लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती थी। जलालपुर के कल्याणपुर में नया विद्युत उपकेंद्र बनने के बाद अब निर्बाध बिजली मिल रही है।
अतुल सिंह, ईश्वरपुर जलालपुर कुछ वर्ष पहले तक बिजली कटौती इतनी अधिक थी कि इन्वर्टर बैठ जाता था। गर्मी के दिनों में रात्रि में बाहर सड़कों पर टहलने को मजबूर होना पड़ता था। अब हालात बदल गए हैं।
संदीप माझी, कस्बा बाजार इल्तिफातगंज पूर्व में मुहल्ले से आठ किलोमीटर दूर महरीपुर उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति होती थी। फाल्ट होने की दशा में कई-कई दिनों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती थी। इल्तिफातगंज बिजली घर के निर्माण के बाद बराबर बिजली मिलने लगी है।
मुन्ना भारती, अंबेडकरनगर मुहल्ला इन बिजलीघरों के संचालन से गांव हुए रोशन: वर्तमान में जिले में 40 बिजलीघर हैं। न्योरी, किछौछा, जलालपुर कल्याणपुर, कर्बला, मंगुराडिला, टांडा के सूरापुर, बलया जगदीशपुर, धौरहरा, इल्तिफातगंज, भीटी तहसील, अशरफपुर बरवां, यादवनगर और खासपुर बिजलीघर का संचालन शुरू होने से 100 से अधिक गांव में 18 घंटे बिजली मिलने लगी। ऐसे बदली विद्युत व्यवस्था : वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में 18, तहसील मुख्यालयों पर 22 और जनपद मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली की आपूर्ति हो रही है, जबकि पांच वर्ष पूर्व में यह आंकड़ा गांवों में 14, तहसील मुख्यालय पर 18 और शहरी क्षेत्र में 22 से 24 घंटे थी।

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