यूपी में वंचित लोगों के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए शुरू हुआ सर्वे, लगेंगे 11 हजार वोल्टेज वाले ट्रांसफार्मर
उत्तर प्रदेश में वंचित परिवारों तक बिजली पहुंचाने के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया गया है। इसका लक्ष्य हर घर को रोशन करना है। 11 हजार वोल्टेज के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे ताकि बिजली की आपूर्ति निर्बाध रहे। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी परिवार बिजली से वंचित न रहे, और गरीब परिवारों को मुफ्त कनेक्शन मिले।

वंचितों के घरों तक बिजली पहुंचा रोशन करने को सर्वे शुरू।
संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। नव वर्ष 2026 विद्युतीकरण से वंचित घर और 500 आबादी से अधिक वाले मजरे जनवरी तक रोशन हो जाएंगे। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम (नेफ्ट ओवर हाउसहोल्ड) योजना के अंतर्गत यह कार्य किया जाएगा। अवर अभियंता ग्राम प्रधान एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य से संपर्क करके विद्युतीकरण से वंचित घरों को एवं मजरे चिन्हित करेंगे और रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता को सौंपेंगे। इसके बाद लखनऊ निदेशालय टीम सत्यापन शुरू करेगी।
अकबरपुर, जलालपुर, टांडा, आलापुर चारों सबडिवीजन के 41 विद्युत उपकेंद्र के अधीन विद्युतीकरण से वंचित गांवों में 11 हजार वोल्टेज एवं एलटी लाइन एवं नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा। परियोजना के पूरा होने के बाद शत-प्रतिशत मजरे घर बिजली से जुड़ जाएंगे। बांस-बल्ली के सहारे चल रहे आपूर्ति से छुटकारा मिलेगा।
हर गांव-गली व प्रत्येक घर को रोशन करने की योजना को धरातल पर दिखने लगा है। तीन चरण में यह कार्य पूरा होगा पहले चरण में खंभे लगाए जाएंगे दूसरे में केबल व तीसरे में बिजली आपूर्ति एवं कनेक्शन दिया जाएगा। काम पूरा होने के बाद कोई भी गांव या मजरा बिजली से वंचित नहीं रह जाएगा।
शत प्रतिशत घर बिजली कनेक्शन से जुड़ जाएंगे। संतोष, दीपक वर्मा ने बताया कि गांव में विद्युतीकरण न होने से ई-रिक्शा, मोबाइल, चार्जिंग के लिए दूसरे गांव में जाना पड़ता है। लो-वोल्टेज,बिजली कटौती व ओवरलोड समस्या खत्म के साथ निर्वाध बिजली आपूर्ति मिलेगी।
विद्युतीकरण से वंचित घर समेत 500 से अधिक आबादी वाले मजरों में बांस-बल्ली सहारे चल रही बिजली व्यवस्था को खंभा व तार लगाकर सुगम व सुरक्षित किया जाएगा। अवर अभियंताओं से रिपोर्ट मांगी गई है। जनवरी से कार्य होगा। -अनुभव कुमार, अधीक्षण अभियंता।

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