Ambedkar Nagar: बच्चों के वायरल की चपेट में आने से अस्पतालों में लग रही लाइन, इन चीजों को खिलाने से बचें
अंबेडकरनगर जिला अस्पताल में ओपीडी खुलते ही मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों में बुखार डायरिया जैसे रोगों की संख्या बढ़ी। पर्ची और जांच के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ा। बारिश के कारण संक्रामक रोग भी फैल रहे हैं। चिकित्सकों ने लोगों को रोगों से बचाव के लिए जागरूक किया और बच्चों को खुले खाद्य पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी।

संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। जिला चिकित्सालय की ओपीडी सोमवार को खुलते ही मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। पर्ची, दवा वितरण, ओपीडी एवं अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। ओपीडी में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई, बुखार, डायरिया एवं त्वचा रोग से पीड़ित हो रहे हैं। भीड़ की स्थिति यह रही कि अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और सीटी स्कैन के लिए मरीजों को वापस होना पड़ा।
बारिश होने से संक्रामक रोग भी पांव पसार रहा है, इसकी चपेट में लोग तेजी से आ रहे हैं। जिला अस्पताल में 1,550 से अधिक ओपीडी प्रतिदिन हो रही है। पेट रोगियों की संख्या अधिक रही, इससे फिजिशियन की ओपीडी में कतारबद्ध मरीज अपने बारी की प्रतीक्षा करते दिखे।
चिकित्सक लगातार मरीजों के साथ आमजन को बारिश में होने वाले रोगों से बचाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं। ओपीडी में डॉ. मनोज शुक्ल, डॉ. डीपी वर्मा एवं डॉ. विवेक पांडेय, सर्जन विनय चाैधरी उपस्थित रहे। ओपीडी में 1,584 मरीजों को देखा गया, इसमें 32 मरीजों को अगली तिथि दी गई।
बच्चों की विशेष करें निगरानी
बालरोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश रस्तोगी की ओपीडी में 82 बच्चों को देखा गया। उन्होंने बताया कि इसमें अधिकांश को बुखार एवं पेट की समस्या से ग्रस्त रहे। बताया कि इस समय बच्चों को ठंडा पानी, आइसक्रीम, फास्डफूट एवं बाजारों में खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थों को खिलाने से बचना चाहिए।
मरीजों ने झेली समस्या
बसखारी से आए दिनेश चौरसिया, कटेहरी के विनोद ने बताया कि भीड़ में कोई भी सुनने वाला नहीं है। पर्ची बनवाने में एक घंटे से अधिक का समय लग रहा है, जांच कराते-कराते अस्पताल बंद होने लगता है।
सुशील, राम प्रसाद ने बताया कि चिकित्सक को दिखाने के लिए एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने जांच के लिए लिखा तो जांच कराकर वापस आने से पहले ही चिकित्सक जा चुके थे।
फिजिशियन, सर्जन एवं आर्थो की ओपीडी में सबसे अधिक भीड़ रही। भीड़ के चलते जांच में परेशानी होती है, लेकिन प्रयास रहता है कि सभी की जांच एक दिन में निर्धारित समय पर हो जाए। -डॉ. पीएन यादव, प्रभारी सीएमएस।
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