कोडीन सीरप की जांच में संदिग्धों को तलाश रही पुलिस, मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी के बाद हाथ लगे अहम सुराग
कोडीन सीरप की फर्जी बिल पर बिक्री के मामले में मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस के हाथ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस जांच का दा ...और पढ़ें
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संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। कोडीन सीरप की फर्जी बिल पर बिक्री के मामले में मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस के हाथ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस जांच का दायरा बढ़ाते हुए मिले साक्ष्यों की कड़ियां जोड़ रही है। विभिन्न मेडिकल स्टोरों से बरामद दस्तावेजों का अध्ययन पुलिस कर रही है। जेल भेजा गया आरोपित और संदिग्धों की भूमिका को भी देखा जा रहा है। ताकि मामले में संदेह के घेरे में आए अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। पुलिस कुछ संदिग्धों की तलाश भी शुरू कर दी है।
जलालपुर में अब्बास मेडिकल स्टोर के संचालक जाफराबाद मुहल्ले के नसीम हैदर ने 12 अप्रैल 2024 से 22 फरवरी 2025 तक सौ-सौ एमएल की कोडीन सीरप की 21 हजार 630 शीशी की 25 खेप में खरीदारी किया थी। शासन के निर्देश पर औषधि निरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह ने जांच के दौरान सीरप की बिक्री से संबंधित अभिलेख मांगें गए तो मेडिकल स्टोर संचालक ने अंबेडकरनगर, आजमगढ़ व सुलतानुपर के 70 मेडिकल स्टोरों को आपूर्ति करने की सूची सौंपी।
औषधि निरीक्षक ने इसमें से 18 मेडिकल स्टोरों से जवाब मांगा था। औषधि निरीक्षक के सत्यापन करने पर अंबेडकरनगर तथा आजमगढ़ के मेडिकल स्टोर संचालकों ने न्यू-अब्बास मेडिकल स्टोर से कोडीन सीरप की आपूर्ति पाने से मना कर दिया। औषधि निरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह की तहरीर पर जलालपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मेडिकल स्टोर संचालक को जेल भेज चुकी है। लखनऊ की एसटीएफ भी आरोपित से पूछताछ की थी।
कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि विवेचना में साक्ष्यों के मिलान किए जा रहे हैं। सीरप की अवैध सप्लाई से जुड़ी फर्मों के खिलाफ जांच जारी है।

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