अंबेडकरनगर में खाद की कालाबाजारी करने पर केस दर्ज, जांच के बाद लाइसेंस सस्पेंड
अंबेडकरनगर में खाद की कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर कृषि विभाग ने त्वरित कार्रवाई की। एक खाद विक्रेता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और जांच के बाद उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया। कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे निर्धारित मूल्य पर ही खाद खरीदें और कालाबाजारी की सूचना तुरंत दें।

खाद की दुकान पर निरीक्षण करते जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी।
संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। खाद की कालाबाजारी एवं मिलावट उर्वरक पर रोक लगाने के लिए कृषि विभाग की टीम ने छापामारी अभियान चलाया। अनियमितता मिलने पर एक के लाइसेंस निलंबित कर दिए। जिला कृषि अधिकारी अरविंद चौधरी ने टीम संग बेवाना के मेसर्स योगेश वर्मा एग्री जंक्शन वन स्टाप शाप प्रतिष्ठान का निरीक्षण किया।
आईएफएमएस पोर्टल में एसएसपी 674 बोरी खाद के सापेक्ष 55 बोरी खाद मिली। यहां 619 बोरी खाद कम पाई गई। गोदाम में उपलब्ध 33 बोरी डीएपी खाद पोर्टल पर अपडेट नहीं थी। इसके अभिलेख नहीं मिले।
टीम ने एक बोरी खाद से नमूना भी एकत्रित कर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा। आरोपित दुकानदार योगेश वर्मा पर मुकदमा दर्ज कराकर लाइसेंस निलंबित किया गया है। महरुआ, भीटी, कटेहरी व जिला मुख्यालय पर भी खाद्य तथा बीज भंडार की दुकानों पर जांच हुई।
कृषि विभाग के लगातार छापामारी अभियान से कालाबाजारी करने वाले खाद्य विक्रेताओं में खलबली है। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि चेकिंग अभियान चलाया जा रहे।
नवंबर तक यूरिया के लक्ष्य 9,385 मीट्रिक टन के उपलब्धता है, डीएपी 1,362 मीट्रिक टन, एनपीके 3,689 मीट्रिक टन, एसएसपी 7,767 मीट्रिक टन उपलब्ध है।
जनपद में यूरिया व फास्फेटिक उर्वरको की पर्याप्त उपलब्धता है। पर्याप्त मात्रा में जिले के निजी तथा साधन सहकारी समिति दुकानों पर खाद उपलब्ध है।

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