अंबेडकरनगर में मौसम ने बदली करवट, बादल छाने के साथ हुई बूंदाबांदी से बढ़ गई किसानों की मुश्किलें
अंबेडकरनगर में मौसम अचानक बदल गया। बादल छाए और हल्की बारिश हुई, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई। खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान होने का डर है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना जताई है, इसलिए किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। मौसम ने करवट बदली और सोमवार सुबह में हुई बूंदाबांदी से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। सुबह से आसमान में काले बादल छाए रहे। तापमान में गिरावट दर्ज हुई और अधिकतम तापमान 28 डिग्री व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दिनभर बादल छाए रहे तो तापमान में गिरावट होने से सुबह से शाम तक ठंड का अहसास रहा।
सुबह आठ बजे अचानक मौसम में बदलाव 20 मिनट के लिए हल्की बूंदाबांदी हुई। खेत और खलियानों संग छत पर सूखने के लिए रखा गया धान भीग गया। कुछ किसान धान लेकर बाजार गए थे, लेकिन तिरपाल न होने के कारण उनका धान भीग गया। इससे फसल में नमी आ जाएगी। किसान को अधिक मजदूरी देकर ही फसल को ज्यादा सुखाना पड़ेगा।
उधर, जैसे ही बूंदाबांदी शुरू हुई, धान की बोरियों व खुली फसल को तिरपाल से ढकना शुरू कर दिया। बाहर खुले में रखी धान की फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने में दिनभर किसान जुटे रहे।वहीं किसान जयबहादुर सिंह, मलखान, अमरनाथ यादव, कुलदीप ने बताया कि यदि बारिश हुई तो किसानों को अधिक नुकसान उठाना पड़ेगा। धान की फसल तैयार हो गई है, कुछ किसान कटाई कर फसल सुखा रहे हैं। बारिश से धान की फसल बर्बाद हो जाएंगी।
कृषि विज्ञान केंद्र पांती की फसल सुरक्षा विज्ञानी डॉ. शिवम कुमार ने बताया कि अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में बारिश हुई तो किसानों के लिए बहुत ज्यादा नुकसान होगा। रबी की फसल एवं तिलहनी फसल की भी बुवाई पीछे हो जाएगी। सब्जी की फसल को भी नुकसान होगा। हालांकि, हल्की बूंदाबांदी कोई नुकसान नहीं हुआ है।
वहीं आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या मौसम विज्ञानी डॉ. अमरनाथ मिश्र ने बताया कि आगामी 24 घंटे मौसम शुष्क बना रहेगा व हवा सामान्य गति से रहेगी बूंदाबांदी की संभावना रहेगी। तापमान में गिरावट दर्ज होगी।

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