Ambedkarnagar: 12 करोड़ रुपये की लागत से 36 गांव बनेंगे स्वच्छता का माडल ओडीएफ प्लस, हर घर से उठाया जाएगा कूड़ा
गांवों में दोबारा गंदगी न फैलने पाए इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसमें सोकपिट का निर्माण कंपोस्ट पिट का निर्माण वर्मी कंपोस्ट पिट निर्माण हैंडपंप प्लेटफार्म का निर्माण नाली का निर्माण आरआरसी सेंटर का निर्माण घर-घर से नियमित गंदगी उठाने को ई-रिक्शा खरीदेंगे।

अंबेडकरनगर, जागरण संवाददाता। स्वच्छता का माडल बनाने के लिए पंचायती राज विभाग ने आठ ब्लाक के 28 ग्राम पंचायतों के 36 राजस्व गांवों को चयनित किया है। इन गांवों को 12 करोड़ 12 लाख 17 हजार रुपये से संपूर्ण रूप से स्वच्छ बनाया जाएगा। गांवों में दोबारा गंदगी न फैलने पाए, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसमें सोकपिट का निर्माण, कंपोस्ट पिट का निर्माण, वर्मी कंपोस्ट पिट निर्माण, हैंडपंप प्लेटफार्म का निर्माण, नाली का निर्माण, आरआरसी सेंटर का निर्माण, घर-घर से नियमित गंदगी उठाने को ई-रिक्शा खरीदेंगे।
ब्लाकों को मिला बजट
ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) प्लस बनाने में गांवों से गंदगी की अन्य वजह को भी खत्म किया जाना है। इसके लिए जलालपुर को सर्वाधिक 269 लाख रुपये, बसखारी को 255 लाख रुपये, भियांव को 161 लाख रुपये, कटेहरी को 153 लाख रुपये, टांडा को 124 लाख, रामनगर को 107 लाख, अकबरपुर को 103 लाख रुपये, सबसे कम भीटी ब्लाक को 43 लाख रुपये मिला है।
माडल गांव
आठ विकासखंड की 28 ग्राम पंचायतों के 36 गांवों को ओडीएफ प्लस का माडल बनाया जाना है। अकबरपुर के तीन गांव, बसखारी की पांच ग्राम पंचायतों के सात गांव, भीटी का एक गांव, भियांव के चार गांव, जलालपुर के छह गांव, टांडा की तीन ग्राम पंचायतों के आठ गांवों, रामनगर की तीन ग्राम पंचायतों के चार गांवों, जलालपुर के छह व कटेहरी के तीन गांव चयनित हैं।
विकास कार्य
निर्धारित बजट से 155 सोकपिट, 22 कंपोस्ट पिट, 11 वर्मी कंपोस्ट पिट, 58 हैंडपंप प्लेटफार्म, 1750 मीटर नाली निर्माण व सात ई-रिक्शा खरीदा जाएगा। डीपीआरओ अवनीश श्रीवास्तव ने बताया कि इस योजना पर काम छह ब्लाकों में शुरू है।

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