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    UP: 24 पूर्व प्रधान और ग्राम सचिवों पर गबन का बड़ा खुलासा, 1.29 करोड़ की वित्तीय अनियमितता

    अंबेडकरनगर में गांवों के विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। ऑडिट में 24 पूर्व ग्राम प्रधान और तत्कालीन ग्राम सचिव गबन के दोषी पाए गए हैं जिसके बाद उनसे वसूली के आदेश जारी हुए हैं। इन पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2016-17 तक एक करोड़ 29 लाख से अधिक की अनियमितता मिली है क्योंकि वे बजट खर्च का प्रमाण नहीं दे पाए।

    By arvind kumar singh Edited By: Sakshi Gupta Updated: Tue, 01 Jul 2025 04:34 PM (IST)
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    24 गांवों में 1.30 करोड़ रुपये गबन, थमाई आरसी।

    अरविंद सिंह, अंबेडकरनगर। गांवों के विकास कार्य में सरकारी बजट खर्च करने वाले 24 पूर्व ग्राम प्रधान संग तत्कालीन ग्रामसचिव वित्तीय अनियमितता में फंस गए हैं। आडिट में इन्हें गबन का दोषी पाए जाने पर वसूली आदेश (आरसी) जारी किया गया है।

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    सहकारी समितियां एवं पंचायतें की आडिट में उक्त ग्राम पंचायत में बजट खर्च करने का अभिलेखीय प्रमाण नहीं पाया गया। आडिट आपत्तियों पर तत्कालीन ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव कोई संतोषजनक साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सके। वित्तीय वर्ष 2016-17 तक का आडिट करने पर एक करोड़ 29 लाख 77 हजार 791 रुपये की वित्तीय अनियमितता मिली है।

    वित्तीय अनियमितता

    विकासखंड टांडा के गुवांव गांव में 8,05,583 रुपये, जनार्दनपुर गांव में 34,203 रुपये, खान शाहपुर गांव में 5,91,776 रुपये, भुवालपुर गांव में 4,08,166 रुपये, बेलहरी गांव में 7,26,535 रुपये, चिंतौरा गांव में 30,16,894 रुपये, दौलतपुर एकसारा गांव में 7,77,855 रुपये, शेखपुर आलमपुर गांव में 7,26,556 रुपये, बदरुद्दीनपुर गांव में 2,34,301 रुपये, बसंतपुर गांव में 4,52800 रुपये, खैरपुर गांव में 10,96,540 रुपये, चितवाई गांव में 11,66,015 रुपये, आसोपुर गांव में 1,35,294 रुपये, पिपरीमोहम्मदी गांव में 33,578 रुपये, सलारपुर गांव में 6,85378 रुपये, जगन्नाथपुर गांव में 86,950 एवं पिपरी सैदपुर गांव में 26,333 रुपये की वित्तीय अनियमितता पकड़ी गई है।

    अकबरपुर ब्लाक के माउख गांव में 10,000 रुपये, इटरौरा गांव में 1,13,265 रुपये, बरौरा गांव में 1,15,652 रुपये का वित्तीय अनियमितता मिली है। विकासखंड भीटी के वासूपुर बनियानी गांव में 3,63,486 रुपये, काही गांव में 12,83,965 रुपये। कटेहरी ब्लाक के अंगवल गांव में 58,094 रुपये, नरसिंहदासपुर गांव में 28,500 रुपये वित्तीय अनियमितता मिलने पर आरसी जारी हुई है।

    आरोपित पूर्व प्रधान

    टांडा ब्लाक के आसोपुर में विक्रांत राव, पिपरी मोहम्मदी में मायाराम वर्मा, सलारपुर में एकलाकुर्रहमान, जगान्नाथपुर में शकुंतला देवी, पिपरी सैदपुर में मयाराम, बसंतपुर में रीता देवी, खैरपुर में विद्यावती, चितवई में शारदा, चिंतौरा में रामराजी, आलमपुर शेखपुर में सुमन, बदरुद्दीनपुर में जाहिदा, दौतपुर एकसारा में नीलम, बेलहरी में सियाराम वर्मा, भुवालपुर में रामजनम वर्मा, खानशाहपुर में जेहरा, जनार्दनपुर में मिठाईलाल तथा गुवांव में प्रतिमा वर्मा के अलावा अकबरपुर विकासखंड के बरौरा में राजेश कुमार, इटरौरा में विंद्रावती, माउख में दुर्गावती एवं कटेहरी ब्लाक के नरसिंदासपुर में भवानी प्रसाद सिंह, अंगवल में शीला मौर्या तथा भीटी ब्लाक के काही गांव में रमपता, बासूपुर बनियानी में संगीता यादव को वित्तीय अनियमितता का दोषी पाया गया है।

    ग्राम सचिव फंसे

    वित्तीय अनियमितता में फंसे ग्राम सचिव रामजीत यादव, वियन कुमार वर्मा, अरुण चतुर्वेदी, घनश्याम वर्मा, अमरपाल शर्मा, सैय्यद नदीम रजा, राजीव वर्मा, बृजेश सिंह, मंशाराम चौरसिया, अमरदीप पांडेय, जगदंबा प्रसाद शुक्ल, राकेश कुमार सिंह तत्समय उक्त गांव में तैनात रहे। आरोपित ग्राम सचिव श्यामनरायण चतुर्वेदी का सुलतानपुर तथा राजेंद्र विकल का बाराबंकी स्थानांतरण हो चुका है।

    आडिट आपत्ति पर वांछित अभिलेखीय साक्ष्य नहीं मिलने पर आरोपित पूर्व ग्राम प्रधानों व तत्कालीन ग्राम सचिवों को आरी जारी किया गया है। उक्त धनराशि ग्राम पंचायत के खाते में जमा कराने का आदेश दिया गया है।

    -अनिल कुमार सिंह, परियोजना निदेशक एवं प्रभारी डीपीआरओ