चचेरी बहनों का फिल्मी स्टाइल में अपहरण, बाद में खुद ही छोड़ गए युवक, पुलिस घटना को मान रही संदिग्ध, जांच जारी
अंबेडकरनगर में दो चचेरी बहनों का कार सवार युवकों ने अपहरण कर लिया, फिर कुछ दूरी पर छोड़ दिया। पुलिस को सूचना मिलने पर घेराबंदी की गई, लेकिन युवक पकड़ में नहीं आए। पुलिस को कार का नंबर मिला है और मामले की जांच जारी है। घटना संदिग्ध लग रही है और अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है।

जागरण संवाददाता, अंबेडकरनगर। संदिग्ध परिस्थितियों में कार सवार युवकों चचेरी बहनों का कार से अपहरण कर लिया। वहीं बाद में कुछ दूरी पर बारी-बारी दोनों को छोड़ दिया। दोनों के घर पहुंचने के बाद स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। अपहरण की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर युवकों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। स्वजन ने कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी।
गत शनिवार की देर शाम को आलापुर के एक गांव की दो चचेरी बहनें गांव के बाहर नहर मार्ग पर पहुंची थीं। संदिग्ध परिस्थितियों में वहां पहुंची कार रुकी तो एक बहन उसमें बैठ गई। दूसरी नहीं बैठी तो किसी ने उसे खींच कर बैठा लिया और कार उन्हें लेकर चहोड़ा रोड की तरफ निकल गई।
घटना होते ही वहां निकट की पुलिया पर बैठे युवकों ने देखते कार का पीछा शुरू कर दिया। इसी बीच थोड़ी दूर पर ही विमावल गांव के भीटी मोड़ पर खींच कर बैठाई बताई गई बहन को कार सवार युवकों ने उतार दिया। आगे करीब 500 मीटर दूरी पर दूसरी बहन को भी छोड़कर आरोपित युवक वहां से भाग गए।
दोनों बहने घर पहुंची तो गांव के एक व्यक्ति ने पुलिस को रात करीब नौ बजे अपहरण की सूचना दिया। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
सीओ प्रदीप सिंह चंदेल समेत प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव पुलिस टीम के साथ पहुंचे और दोनों बहनों से पूछताछ कर घटना स्थल के निकट बैठे युवकों से भी पूछताछ किया।
बताए गए रास्तों घेराबंदी कर युवकों को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका पता नहीं चल सका। पुलिस को जांच में कार का नंबर मिला। रात में ही पुलिस ने दोनों बहनों का मेडिकल कराया।
कार का नंबर आगरा का मिला
कथित अपहरण की घटना अब-तक की पुलिसिया जांच में संदिग्ध लगी है। पूछताछ में पता चला कि मौके पर कार में चालक के साथ आगे की सीट पर एक अन्य युवक भी बैठा था। पीछे की सीट पर इकलौता युवक बैठा था। कार रुकी तो उसमें एक बहन खुद बैठ गई, जबकि दूसरी नहीं बैठ रही थी तो उसे किसी ने कार में हाथ खींच कर अंदर बैठा लिया।
गाड़ी का मिला नंबर आगरा का पाया गया, लेकिन परिवहन आफिस बंद होने के कारण कार की अन्य जानकारी नहीं मिल पाई। यह भी संकेत मिले हैं कि आरोपितों में एक युवक पड़ोसी आजमगढ़ के एक गांव का था। हालांकि, अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोई तहरीर नहीं मिली है।

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