अंबेडकरनगर में आरोग्य मंदिर में मिलेंगी इमरजेंसी सेवाएं, विभाग ने तैयार किया प्लान
अंबेडकरनगर में स्वास्थ्य विभाग आरोग्य मंदिर में इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने की योजना बना रहा है। इसका उद्देश्य मरीजों को तत्काल इलाज उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें बड़े शहरों में रेफर करने की आवश्यकता न पड़े। विभाग आवश्यक उपकरण, दवाएं और स्टाफ की व्यवस्था कर रहा है, जिससे मरीजों को समय पर उचित चिकित्सा सहायता मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके।

आरोग्य मंदिर पर बढ़ेगी इमरजेंसी चिकित्सीय सेवाएं।
संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। ग्रामीणांचल के साथ ही नगरीय क्षेत्रों के मुहल्लों में निवास करने वाले आमजन व गरीबों को उच्च गुणवत्ता का इलाज, जांच एवं दवाएं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) पर मिलेंगी। आरोग्य मंदिरों में अब आपातकालीन सेवा और अधिक प्रभावी हो सकेगी। हर बाजारों, नगर पंचायत के नजदीक वाले केंद्रों को विशेष रूप से शामिल किया गया है।
योजना का मुख्य उद्देश्य है कि प्राइवेट अस्पतालों व क्लीनिक की तरफ मरीज रुख न करें और उनके जाल को तोड़ा जा सके। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को सुदृढ़ करने के लिए विभागीय खाका तैयार कर लिया गया है।
गरीबों के साथ-साथ सभी मरीजों को बेहतर और फ्री स्वास्थ्य सेवाएं मिले, इसलिए शासन के निर्देश पर लगातार प्रयास हो रहा है। बावजूद इसके प्राइवेट अस्पतालों का काकस थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन प्रसूताओं व अन्य रोगियों की मौत भी हो रही है।
इन्हीं घटनाओं को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित जन आरोग्य मंदिरों की सेहत सुधारेगा। जिले के 311 आरोग्य मंदिर में से 267 पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की तैनाती है। सीएमओ ने निर्देश दिया है कि इनपर संसाधनों के साथ दवाएं, चिकित्सक, स्टाफ नर्स, एएनएम की तैनाती होगी।
सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक सभी कर्मचारियों की उपस्थिति रहेगी। साथ ही आरोग्य मंदिरों पर इमरजेंसी सेवाएं भी शुरू कराई जाएगी। यहां सीएचओ मरीजों का त्वरित उपचार करेंगे। पहले चरण में सीएचसी व पीएचसी अधीक्षक अपने-अपने क्षेत्र के 10 सेंटरों को सुदृढ़ करेंगे।
आरोग्य मंदिरों पर मिलेंगी सुविधाएं
सेंटर पर मरीजों को 12 तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, इसमें प्रसव की सुविधा, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों की देखभाल, प्रजनन स्वास्थ्य, किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य की देखभाल, संचारी एवं गैर संचारी रोग की जांच तथा इलाज, 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की सीबीएसी जांच मुख्य रूप से शामिल है।
सेंटर पर समुचित मात्रा में दवा, जांच की व्यवस्था, रेफरल मरीजों का दस्तावेज सुरक्षित करना, ब्लड प्रेशर एवं मधुमेह के मरीजों का इलाज एवं प्रबंधन के बारे में कर्मचारियों को जानकारी दी गई है।
आरोग्य मंदिरों को सुदृढ़ कराया जाएगा। यहां मरीजों व अन्य कर्मियों के बैठने के लिए फर्नीचर, बिजली, साफ-सफाई एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। सीएचओ यहां मरीजों का उपचार कर रहे हैं। ड्यूटी के दौरान सभी कर्मचारी उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। -डॉ. संजय कुमार शैवाल, सीएमओ।

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