यूपी के इस जिले में एक महीने में 56 लड़कियां गायब, ज्यादातर नाबालिग; लव जिहाद का संदेह गहराया
अंबेडकरनगर में एक महीने में 56 लड़कियों के अपहरण से सनसनी है। ज्यादातर नाबालिग और कमजोर वर्ग की लड़कियां शिकार हुई हैं जिनमें कई मामलों में मुस्लिम युवक शामिल हैं। विश्व हिंदू परिषद ने इसे लव जिहाद बताया है। पुलिस जांच कर रही है वहीं राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। कुछ मामलों में मतांतरण के आरोप भी लगे हैं जबकि कुछ में कार्रवाई न होने की शिकायतें हैं।

अभिषेक मालवीय, अंबेडकरनगर। एक माह में 56 लड़कियों का अपहरण ...जी हां, अंबेडकरनगर के ये आंकड़े सचेत करने के साथ ही गहरे षडयंत्र की ओर संकेत कर रहे हैं। अपहरण की 56 की एफआइआर तो जनपद के 18 थानों में पिछले एक माह में दर्ज की गई है, लेकिन डेढ़ दर्जन लड़कियां ऐसी हैं, जिनके परिवार वालों ने लोकलाज के डर से शिकायत ही नहीं की।
अपहरण की गई अधिसंख्य लड़कियां नाबालिग, अनूसूचित जाति और कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि की हैं। चौंकाने वाला तथ्य यह है कि अपहरण के एक दर्जन से अधिक मामलों में आरोपित युवक मुस्लिम हैं।
बीते अगस्त माह में अकबरपुर कोतवाली में अपहरण के 11 मुकदमे, मालीपुर में नौ, जलालपुर आठ, अहिरौली में सात, बसखारी छह, जैतपुर में पांच, महरुआ और सम्म्मनपुर में तीन-तीन, इब्राहिमपुर व भीटी में दो-दो मिलाकर 56 अपहरण के मुकदमे 18 थानों में दर्ज किए गए हैं। ये वारदातें तो पुलिस रिकार्ड की हैं, वहीं कई मामलों को पुलिस ने दर्ज नहीं किया है तो कुछ लोक-लाज के भय से सामने नहीं आए।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रमुख अरविंद पांडेय ने कहा कि बलरामपुर में छांगुर की तरह इस जिले में भी एक नेटवर्क संचालित है। षडयंत्र के तहत मुस्लिम युवक हिंदू युवतियों व किशोरियों को प्रलोभन देकर अपहृत कर रहे हैं, ये लव-जिहाद ही है। अधिसंख्य मामलों में आरोपितों के तार एक-दूसरे से जुड़े हैं।
मुस्लिम युवकों का यह गिरोह लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाते हैं और स्वजन को पता चलते ही अपहरण कर लेते हैं। पुलिस ऐसा कोई रैकेट संचालित होने की बात से इन्कार कर रही है, लेकिन थानों पर दर्ज मुकदमे गवाह हैं कि हालात सामान्य नहीं हैं।
पुलिस की जांच में अपहरण के अधिकांश मुकदमों में किशोरी व युवतियों को प्रेम जाल में फंसाने के साथ ही मोबाइल और रुपयों का प्रलोभन देने का तथ्य सामने आया है। पुलिस बरामद लड़कियों के बयान के आधार पर इसकी पुष्टि कर रही है।
18 वर्ष से कम उम्र की किशोरियों के अपहरण का मुकदमा तत्काल दर्ज कर बरामदगी के निर्देश थानाध्यक्षों को दिए गए हैं। बरामदगी के बाद अपहृत का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया जाता है। लव-जिहाद या किसी अन्य नेटवर्क से जुड़ा मामला अब तक नहीं सामने आया है। पुलिस टीमें लगातार ऐसे प्रकरणों की गंभीरता से जांच कर रहीं हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
केशव कुमार, पुलिस अधीक्षक’
इस सरकार में अंबेडकरनगर ही नहीं पूरे प्रदेश में महिला अपराध की घटनाएं बढ़ीं हैं। अपहरण, दुष्कर्म आए दिन हो रहे हैं। सरकार इस पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है। अनूसूचित जाति और कमजोर वर्ग की बच्चियों को निशाना बनाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ।
लालजी वर्मा, सांसद अंबेडकरनगर
अपहरण के बाद कराया मतांतरण
मालीपुर के एक गांव की हिंदू युवती को गत 15 जुलाई को गांव के युवक मो. अमन उर्फ कयूम ने शादी का झांसा देकर अपहरण किया। अकबरपुर लाकर 10 लाख रुपये और अन्य मदद का प्रलोभन देते हुए मतांतरण करा दिया। बाद में निकाह कर लिया। वारदात में आरोपित के स्वजन भी शामिल रहे।
युवती की मां की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मतांतरण, झांसा देकर अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। आरोपित पुलिस गिरफ्त में है। इसी थाने के एक गांव की कक्षा 11 की छात्रा को स्कूल जाते समय गांव के ही गांव के किशोर ने जबरन अपहरण कर अपने घर में ले गया।
मतांतरण और शादी के लिए प्रेरित किया। छात्रा के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मतांतरण का प्रयास, छेड़छाड़, अपहरण की धाराओं में केस दर्ज किया है।
इस मामले में नहीं हुई कार्रवाई
अकबरपुर के एक गांव में हाईस्कूल की छात्रा के साथ मुस्लिम युवक ने हिंदू नाम से इंटरनेट मीडिया पर फर्जी आइडी बनाकर चैटिंग किया। प्रलोभन के लिए छात्रा को मोबाइल व बैंक खाते में रुपये भी दिए। छात्रा का अपहरण कर बंधक बना मतांतरण का दबाव बनाया गया।
हिंदू संगठन के पदाधिकारियों स्वजन व युवती के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलकर कार्रवाई की मांग की गई, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।
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