UPPSC Chairman: यूपीपीएससी के अध्यक्ष संजय श्रीनेत्र ने संभाला कार्यभार, बोले- पूरी तरह पारदर्शी होगी कार्यप्रणाली
UPPSC Chairman संजय श्रीनेत्र की नियुक्ति करीब एक महीना पहले हुई थी और तभी से उनका इंतजार हो रहा था। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय में दोपहर बाद अपना कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा कि यूपीपीएससी में अब तो पारदर्शी कार्यप्रणाली लागू की जाएगी।

प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग(यूपीपीएससी) के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने मंगलवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी नियुक्ति करीब एक महीना पहले हुई थी और तभी से उनका इंतजार हो रहा था।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय में दोपहर बाद अपना कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा कि यूपीपीएससी में अब तो पारदर्शी कार्यप्रणाली लागू की जाएगी। सभी भर्तियों के त्वरित निस्तारण की दिशा में काम होंगे। अब से यहां की सभी परीक्षाएं मेधावियों की मंशा के अनुरूप आयोजित होंगी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संजय श्रीनेत के नाम को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के नए चेयरमैन पर के लिए मंजूरी दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग के अध्यक्ष पद पर उनके चयन की संस्तुति राज्यपाल से की थी। सरकार ने आयोग के चेयरमैन के पद पर समय से नियुक्ति कर भॢतयों की मुहिम को तेजी से जारी रखने की इच्छाशक्ति दिखाई है। नए चेयरमैन के सामने निवर्तमान चेयरमैन की ओर से जारी भर्ती कैलेंडर को आगे बढ़ाना और युवाओं के बीच आयोग की प्रतिष्ठा को बढ़ाने की बड़ी जिम्मेदारी है।
भारतीय राजस्व सेवा के 1993 बैच के अधिकारी संजय श्रीनेत प्रवर्तन निदेशालय में नार्दन रीजन के स्पेशल डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत होने के बाद उनको यह जिम्मेदारी मिली है। लखनऊ के काल्विन ताल्लुकेदार्स कालेज से इंटर तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) से शिक्षा ली। श्रीनेत ने अपने सेवाकाल में 4000 करोड़ से अधिक की संपतियों को जब्त किया और 100 करोड़ से ज्यादा कर चोरी और तस्करी के मामलों को पकड़ा। उन्होंने प्रतिष्ठित नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) से एमफिल किया है। आईआरएस में चयनित होने के बाद वह 2005 से 2009 तक प्रथम सचिव भारतीय उच्चायोग लंदन में कार्यरत थे। 2009 से 2014 तक डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस राजस्थान के प्रभारी रहे और 2015 से 2020 तक ईडी के नॉर्दन रीजन के विशेष निदेशक थे। उन्हेंं राष्ट्रपति ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 2010 में गणतंत्र दिवस पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था। उन्हेंं केंद्र सरकार के लिए अत्यधिक राजस्व संग्रह करने पर 1998 में सम्मान पत्र भी दिया गया था। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव (व्यापार) के पद पर नियुक्ति के दौरान संजय श्रीनेत अनेक यूरोपीय देशों के प्रभारी रहे। इस दौरान उन्हेंं अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अपराध और नशीले पदार्थों की तस्करी के अर्थतंत्र का व्यापक भंडाफोड़ किया। वह आर्थिक भ्रष्टाचार, तस्करी और मनी लॉन्ड्रिग से संबंधित कई मामलों में सख्त कार्रवाई करने से चर्चा में आए।
आयोग के चैयरमैन प्रभात कुमार का इसी महीने कार्यकाल पूरा होने से पद रिक्त था। 2 जुलाई 2019 को यूपी लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष पद संभालने वाले प्रभात कुमार ने अपने कार्यकाल में कुल 22,870 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन किया। एक साल नौ महीने के कार्यकाल में प्रभात कुमार ने पीसीएस परीक्षाओं का कैलेंडर नियमित किया। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पीसीएस 2017, 2018, 2019 और 2020 की चयन प्रक्रिया को पूरी कराया। प्रभात कुमार ने अपने कार्यकाल में पटरी से उतरे आयोग की कार्यप्रणाली को काफी हद तक सुधार कर रफ्तार देने का काम किया।
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