UP Panchayat Chunav 2021: कौशांबी में पूर्व विधायक वाचस्पति की पत्नी और बेटी चुनाव हारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पद थी नजर
UP Panchayat Chunav 2021 पूर्व विधायक को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। वह अपनी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी नहीं जिता सके। पूर्व विधायक की बेटी जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ी थीं। लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा।

प्रयागराज, जेएनएन। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रबल दाबेदार माने जाने वाली वार्ड नंबर दस से चुनाव लड़ रही पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधुपति जिला पंचायत सदस्य पद का भी चुनाव नहीं जीत सकी है। चुनाव में मिली करारी हार से उनका व उनके पति का राजनीतिक कैरियर गर्दिश में नजर आ रहा है। इसके अलावा भाजपा से प्रबल दाबेदार मानी जाने वाली रागनी सरोज भी चुनाव हार गई।इससे भाजपा में भी अब नए चेहरे की तलाश को लेकर सियासत तेज हो गई है।
राजनीतिक साख पर लगा बटटा
दोआबा के धन कुबेर कहे जाने वाले पूर्व विधायक वाचस्पति को जिले की राजनीति में एक स्तंभ के रूप में माना जा रहा था। दो बार विधायक रह चुके वाचस्पति की पत्नी मधुपति जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है। लेकिन धनकुबेर कहे जाने वाले पूर्व विधायक को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। वह अपनी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी नहीं जिता सके। राजनीति में नौसिखिया कहे जाने वालों ने अरुण चौधरी ने उन्हें करारी शिकस्त दी। वाचस्पति ने पत्नी के साथ वार्ड नंबर दो से अपनी पुत्री प्रगति आर्या को चुनाव लड़ाया था लेकिन पुत्री को भी हार ही नसीब हुई। राजनीतिक गलियारे में इसके पीछे कई कारण बताए जा रहें है। साथ ही चुनाव में जीत के लिए कभी बसपा,कभी सपा,कभी भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व विधायक पर कोई भी पार्टी भरोसा नहीं दिखा रही है,और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव का हाल देखकर कहा जा सकता है,जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया है।
नए चेहरे की तलाश को लेकर शुरू हुई कयासबाजी
पूर्व विधायक की पत्नी और बेटी के चुनाव हारने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए कई दाबेदार बढ़ गए है। बीजेपी से ही रागनी सरोज को भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद का एक दावेदार माना जा रहा था लेकिन वह भी चुनाव हार गईं। ऐसे में अब पार्टी में नया दावेदार कौन हो सकता है इसको लेकर सुगबुगाहट बढ़ गई।
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