डोर-टू-डोर समान पहुंचाने की व्यवस्था से कुलियों में है नाराजगी Prayagraj News
प्रयागराज जंक्शन प्रयागराज छिवकी नैनी प्रयागराज संगम स्टेशन के कुलियों को बेरोजगारी का भय सता रहा है। उनका कहना है कि अब रेलवे ने ठेकेदारी पर यात्रियों के घर तक समान पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। प्रयागराज जंक्शन पर 207 कुली काम कर रहे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। अहमदाबाद, पटना और बेंगलुरू में निजी कंपनी द्वारा डोर-टू-डोर समान भिजवाने की व्यवस्था शुरू किए जाने से रेलवे के कुलियों में नाराजगी है। दिल्ली में भी यह नई व्यवस्था लागू करने के लिए नोटिफिकेशन होने से प्रयागराज के कुलियों की चिंता बढ़ गई है। उन्हें बेरोजगार होने का भय सताने लगा है। जल्द ही विधिक सलाह लेकर कुली इस मसले पर मोर्चा खोलेंगे।
कुलियों को सता रहा है बेरोजगार होने का भय
प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयागराज संगम स्टेशन के कुलियों को बेरोजगारी का भय सता रहा है। उनका कहना है कि अब रेलवे ने ठेकेदारी पर यात्रियों के घर तक समान पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। प्रयागराज जंक्शन पर 207 कुली काम कर रहे हैं। निजीकरण के विरोध मेें हफ्तेभर पहले कुलियों ने हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं से चर्चा कर मदद भी मांगी थी। इसके बाद से जंक्शन के कुली निजीकरण के विरोध की रणनीति बना रहे हैं। प्रयागराज जंक्शन के कुलियों का कहना है कि कोरोना से पहले प्रतिदिन पांच से छह सौ रुपये तक की आमदनी हो जाती थी। लेकिन कोरोना के दौरान ट्रेनों का संचालन बंद हुआ तो रोजगार छिन गया। कोविड के दौरान जब संचालन बहाल हुआ तो आमदनी 50 फीसद से भी कम रह गई। अब कई स्टेशनों पर समान घर पहुंचाने के लिए निजी कंपनी को ठेका दिए जाने से उनकी चिंता बढ़ गई है।
बसंत पंचमी के बाद कुलियों की बैठक
लाल वर्दी कुली यूनियन के मंडल अध्यक्ष होरीलाल पटेल का कहना है कि निजी कंपनी को लगेज ढोने का ठेका देने से हम लोग बेरोजगार हो जाएंगे। यदि रेलवे ने कुलियों को कहीं दूसरी जगह नहीं लगाया तो इसका विरोध किया जाएगा। बसंत पंचमी के बाद इसको लेकर बैठक होगी। हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं से सलाह मशविरा लेने के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
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