कटरा चौराहे पर 165 साल पुरानी नेतराम की कचौड़ी और दही-जलेबी के स्वाद के मुरीद हैं Prayagraj के लोग
नेतराम मूलचंद की मिठाई की दुकान कटरा चौराहे पर है। दुकान संचालक मयंक अग्रवाल बताते हैं कि मिठाई की यह दुकान करीब 165 साल पुरानी है। हम नेतराम मूलचंद की पांचवीं पीढ़ी के हैं। शुरूआत पहले यहीं पर एक छोटी सी दुकान से हुई थी

प्रयागराज, जेएनएन। शहर के कटरा चौराहे पर स्थित नेतराम मूलचंद एंड संस नाम की दुकान किसी पहचान की मोहताज नहीं है। यहां की मिठाई के अलावा कचौड़ी और दही-जलेबी का स्वाद ही अलहदा है जिसका लुत्फ प्रयागराज आने वाला हर कोई एक बार जरूर उठाना चाहता है। दही-जलेबी व कचौड़ी खाने के लिए तो यहां सुबह से लेकर देर शाम तक भीड़ लगी रहती है।
इस मिठाई की दुकान के नाम से बन गया नेतराम चौराहा
नेतराम मूलचंद की मिठाई की दुकान कटरा चौराहे पर है। दुकान संचालक मयंक अग्रवाल बताते हैं कि मिठाई की यह दुकान करीब 165 साल पुरानी है। हम नेतराम मूलचंद की पांचवीं पीढ़ी के हैं। शुरूआत पहले यहीं पर एक छोटी सी दुकान से हुई थी, धीरे-धीरे दुकान आगे बढ़ी और अब इस स्थिति में हैं। बताते हैं कि उनके यहां सभी मिठाई देशी घी की होती हैं। इसमें शुद्धता व सफाई का खास खयाल रखा जाता है। दुकान पर खाने के अलावा पैकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
कचौड़ी और जलेबी खाने यहां दूर दूर से आते हैं लोग
नेतराम-मूलचंद की मिठाई तो शहर में अपने आप में एक ब्रांड है। शादी और समारोहों में लोग यहां की बनी मिठाई ले जाना पसंद करते हैं। इसके अलावा यहां की देशी घी से बनी पूड़ी, कचौड़ी व जलेबी भी मशहूर है जिसका स्वाद लेने दूर-दराज से लोग आते हैं। दूसरे शहरों से आने वाले लोग भी यहां पूड़ी सब्जी और दही-जलेबी का आनंद लेने परिवार सहित पहुंचते हैं।
रस मलाई, मालपुआ व बालूशाही का टेस्ट भी लाजवाब
नेतराम मिष्ठान भंडार में पूड़ी की थाली अस्सी रुपये में है। इस थाली में देशी घी की बनी चार पूड़ी या कचौड़ी, तीन सब्जी और आम की बनी चटनी के साथ रायता भी रहता है। सब्जियों में दमालू, कद्दू-आलू और मटर पनीर या छोला रहता है। इसके साथ ही यहां पर खोवा और छेने से बनी मिठाई की तमाम किस्मों का स्वाद ले सकते हैं जिसमें गुलाब जामुन, काला जाम, रस मलाई, मालपुआ, बालूशाही, मोतीचूर के लड्डू, मलाई रोल, गुझिया आदि हैं। कई किस्म बर्फी व राजस्थानी घेवर भी यहां मिलता है। दालमोठ की कई वेरायटी और ढोकला के अलावा यहां पर दमालू-समोसा व आइस्क्रीम का आनंद भी लिया जा सकता है। मयंक के मुताबिक उनकी दुकान सुबह आठ से रात दस बजे तक खुली रहती है।
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