विजय दिवस : 1971 के भारत-पाक युद्ध में बहा था प्रतापगढ़ के भी 11 वीरों का लहू
vijay diwas 1971 जब भी देश के दुश्मनों ने सिर उठाए और उनको सबक सिखाने को लहू की जरूरत पड़ी तो प्रतापगढ़ के भी जाबांज पीछे नहीं रहेे। यहां के वीर सैनिकों ने आगे बढ़कर खुद को बलिदान कर दिया।

प्रयागराज, जेएनएन। जब भी देश के दुश्मनों ने सिर उठाए और उनको सबक सिखाने को लहू की जरूरत पड़ी तो प्रतापगढ़ के भी जाबांज पीछे नहीं रहेे। यहां के वीर सैनिकों ने आगे बढ़कर खुद को बलिदान कर दिया। कारगिल से लेकर कई युद्धों में उन्होंने बड़ी बहादुरी से अपने वतन की रक्षा की। तिरंगे को कभी झुकने न दिया। भारत-पाक युद्ध 1971 में भी इस जिले के बहादुर सैनिकों की भूमिका सराहनीय व प्रेरक रही।
वीरों की बहादुरी के किस्से सुनते हैं युवा
1971 के युद्ध में इस जिले के 11 सैनिकों ने अपना बलिदान दिया था। इनमें से हवलदार रामसुख तिवारी, नायक राम अवध मिश्र जैसे जवान थे। उनकी बहादुरी के किस्से नई पीढ़ी को सेना में जाकर देश पर मर मिटने की प्रेरणा दे रहे हैं। उनके परिवार के युवकों में भी देश प्रेम का ज्वार उठता है। वह अपने पूर्वज की बहादुरी पर गौरवान्वित हैं। थोड़ा मलाल इस बात का जरूर है कि उनकी उपेक्षा की गई। स्मारक नहीं बनाए गए। इसके बाद भी उनके मन में देश प्रेम का सागर हिलोरे लेता है। हर साल 16 दिसंबर को भारत-पाक युद्ध की याद में विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन एक बार फिर से उनकी यादें रोम-रोम में वतनपरस्ती भर देती हैं।
शहीद भीषम के परिवार में जुनून
अमर शहीद सिपाही भीषम सिंह के परिवार में अब भी देश भक्ति की लौ जल रही है। उनके तो बच्चे नहीं थे, पर परिवार के विवेक सिंह, रिषभ सिंह, आदर्श सिंह जैसे कई युवक रात-दिन शरीर को चुस्त-दुरुस्त बना रहे हैं। उनकी भी चाहत सेना में भर्ती होने की है। वह घर के पास नियमित तौर पर अभ्यास करते हैं। कहते हैं कि चाचा की तरह वह भी देश की सेवा करने का सपना पूरा करने में लगे हैं। उनका यह भी कहना है कि सैनिक कल्याण बोर्ड में ही केवल शहीदों की सूची लगी है। शहीदों के गांव में उनके नाम का स्मारक सरकार को बनवाना चाहिए। इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी।
यह हैं जिले के वीर बलिदानी
-हवलदार रामसुख तिवारी, आर्मी मेडिकल कोर
-नायक राम अवध मिश्रा, बिग्रेड ऑफ गाड्र्स
-गाड्र्स मैन रामपाल, ब्रिगेड्स ऑफ गाड्र्स
-सिपाही भीषम सिंह, राजपूत रेजीमेंट
-सिपाही अच्छे लाल, राजपूत रेजीमेंट
-एम ई प्रथम एसएन पाठक, नौसेना
-सिपाही अर्जुन सिंह, राजपूत रेजीमेंट
-पायनियर राम निवास, पायनियर कोर
-सिपाही राम बहादुर सिंह, राजपूत रेजीमेंट
-सिग्नल मैन सूर्य नारायण, सिग्नल कोर
-एमई द्वितीय बंशी लाल, नौसेना
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