आंध्र प्रदेश का गांजा यूपी व एमपी में बेचते थे, प्रयागराज में गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, सरगना फरार
एमपी व यूपी के कई जनपदों में आंध्र प्रदेश के गांजा लाकर थोक में महंगे दामों पर बेचा जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर एसटीएफ टीम को गिरफ्तारी के लिए लगी थी। बुधवार को कुछ लोग गांजा लेकर आ रहे थे तभी उन्हें बड़ोखर कोराव से दबोच लिया गया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज समेत आसपास के जनपदों में गांजा की सप्लाई करने वाले गिरोह का स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भंडाफोड़ किया है। बुधवार को एसटीएफ ने कोरांव इलाके से डीसीएम में लदा नौ कुंतल से ज्यादा गांजा बरामद किया। साथ ही मानपुर कोरांव के डीसीएम चालक अनूप कुमार मिश्रा उसी गांव के परिचालक पवन कुमार सिंह और हरिकांत उर्फ बबलू निवासी हहोतीपुर सुहागी, रीवा मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया। गिरोह का सरगना रीवा मध्य प्रदेश का राकेश सिंह फरार है। उसकी भी तलाश एसटीएफ की टीम कर रही है।
एसटीएफ ने कोरांव में की गिरफ्तारी : एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में आंध्र प्रदेश के गांजा लाकर थोक में महंगे दामों पर बेचा जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर टीम को गिरफ्तारी के लिए लगाया गया था। बुधवार को जब अनूप और उसके साथी गांजा लेकर आ रहे थे, तभी उन्हें बड़ोखर कोराव से दबोच लिया गया। पूछताछ में पता चला है कि प्लास्टिक के सामान की फर्जी बिल्टी बनाकर गांजा की सप्लाई की जा रही थी।
सरगना छत्तीसगढ़ में गांजा के धंधे काे आपरेट करता है : सरगना राकेश छत्तीसगढ़ में रहकर धंधे को आपरेट करता है, जबकि हरिकांत ग्राहक सेट करने का काम करता था। ड्राइवर को एक चक्कर के लिए 50 हजार और पवन को 20 हजार मिलते थे। पिछले माह मिर्जापुर में छह कुंतल गांजा उतारा था। आज भी हनुमाना बार्डर पर ड्राइवर व खलासी को हरिकांत मिला और साथ में जाकर गांजा उतरवाने वाला था मगर एसटीएफ ने तीनों को पकड़ लिया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।