प्रयागराज में स्मैक का कारोबार, नेपाल के रास्ते लाया जा रहा है यह नशीला पदार्थ
नारकोटिक्स टीम ने 20 दिन के भीतर 34 अपराधियों को स्मैक बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसमें गिरफ्तार होने वालों में सर्वाधिक संख्या जार्जटाउन क्ष ...और पढ़ें

प्रयागराज, जेएनएन। चोरी-छिपे स्मैक बेचने वाले पहले कभी-कभार ही पुलिस के हत्थे चढ़ते थे। इधर जब से नारकोटिक्स टीम बनी है, तब से लगातार ऐसे अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच रहे हैं। अब तक लाखों की स्मैक भी पुलिस बरामद कर चुकी है। जांच पड़ताल में अभी यह तो साफ नहीं हुआ है कि ये स्मैक कहां से लाई जाती है। हालांकि प्रयागराज पुलिस को यह जानकारी जरूर मिली है कि स्मैक की खेप नेपाल के रास्ते लाई जाती है, जो प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में खपाई जाती है। इस धंधे में बड़े-बड़े शातिर शामिल हैं। पुलिस अब कड़ी से कड़ी जोड़कर आगे बढ़ रही है।
20 दिन में 34 हो चुके हैं गिरफ्तार
नारकोटिक्स टीम ने 20 दिन के भीतर 34 अपराधियों को स्मैक बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसमें गिरफ्तार होने वालों में सर्वाधिक संख्या जार्जटाउन क्षेत्र की है। इसके बाद धूमनगंज, अतरसुइया, झूंसी, मुट्ठीगंज, शिवकुटी में भी स्मैक बेचने वालों को पकड़ा गया है। इसमें कई महिलाएं भी शामिल हैं। इतना ही नहीं, इसमें से कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं, जिन्होंने अपने नाबालिग बच्चों को भी इस गलत काम में लगाया था।
एक पुड़िया में मिलता है 10 रुपये का मुनाफा
एक पुड़िया स्मैक 50 रुपये में बेची जाती है। इसमें बेचने वाले को 10 रुपये प्रति पुड़िया के हिसाब से कमीशन दिया जाता है। स्मैक कहां बेची जाती है, इस बारे में सिर्फ इसका नशा करने वालों को ही पता होता है। स्मैक बेचने वाले भी इनको पहनाते हैं और सिर्फ इन्हें ही यह नशे की सामग्री उपलब्ध कराते हैं।
बोले, एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी
एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी कहते हैं कि नारकोटिक्स टीम का गठन ही इस काले धंधे से जुड़े अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए किया गया है। टीम अपना काम भी कर रही है। पूरी कोशिश है कि जिले से स्मैक ही नहीं बल्कि जितने काले धंधे हैं उसे जड़ से समाप्त किया जा सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।