ये हैं प्रयागराज की श्वेता सिंह, विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों को भी दे रहीं अक्षर ज्ञान
श्वेता की पहल सिर्फ पढ़ाई लिखाई तक सीमित नहीं है। वह आत्मनिर्भर भारत की राह भी गांव में सुगम बना रही हैैं। जरूरत के अनुसार छात्र-छात्राओं के परिवार की ऐसी महिलाओं को सिलाई आदि का प्रशिक्षण दिला रही हैं जो कुछ कर गुजरना चाहती हैैं।
प्रयागराज, [अमलेंदु त्रिपाठी]। पढ़ेगा भारत, बढ़ेगा भारत के नारे को मूर्त रूप देने की कोशिश यदि देखनी हो तो पूर्व माध्यमिक विद्यालय हेतापट्टी आइए। यहां प्रभारी प्रधानाध्यापिका श्वेता सिंह बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी अक्षर ज्ञान देती हैैं वह भी स्कूल के बच्चों की ही मदद से। हरियाली और आत्मनिर्भर भारत के लिए उनकी पहल सराहनीय है।
स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ ही श्वेता अभिभावकों के संपर्क में रहती हैं। उनके घर जाकर बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी लेती हैं। यदि पता चलता है कि अभिभावक भी अशिक्षित हैं तो उन्हें अक्षर ज्ञान देने की कोशिश करती हैं। पहले कुछ दिन खुद जाकर पढ़ाती हैं फिर विद्यार्थियों को ही इस बात के लिए प्रेरित करती हैैं कि वह अभिभावकों को भी पढ़ाएं। इस अभिनव पहल से विद्यार्थी व उनके अभिभावक की पढ़ाई हो जाती है। श्वेता सिंह अब तक सौ से अधिक अभिभावकों को अक्षर ज्ञान से परिचित करा चुकी हैैं। विद्यार्थियों से कह रखा है कि यदि वह अपने परिवार के लोगों को पढ़ाएंगे तो उन्हें कापी, पेंसिल व अन्य जरूरत की चीजें पुरस्कार स्वरूप मिलेंगी। इसलिए भी छात्र-छात्राएं उत्साह के साथ इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
आत्मनिर्भरता की राह भी कर रहीं आसान
श्वेता की पहल सिर्फ पढ़ाई लिखाई तक सीमित नहीं है। वह आत्मनिर्भर भारत की राह भी गांव में सुगम बना रही हैैं। जरूरत के अनुसार छात्र-छात्राओं के परिवार की ऐसी महिलाओं को सिलाई आदि का प्रशिक्षण दिला रही हैं, जो कुछ कर गुजरना चाहती हैैं। हेतापट्टी की तमाम महिलाओं को सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण मिल चुका है। गांव की ही गुडिय़ा देवी, मंजू देवी को सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण दिलाने के साथ सिलाई मशीन भी उपलब्ध कराई। अब तो गुडिय़ा देवी भी गांव की महिलाओंं व बेटियों को प्रशिक्षित करने में जुट गई हैैं।
यू ट्यूब चैनल से करा रही पढ़ाई
कोरोना काल के पूर्व से ही श्वेता ने अपना यू-ट्यूब चैनल बनाया था। इस पर शैक्षणिक सामग्री वाले वीडियो अपलोड करती रहती थीं। लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद हो गए तो यह अधिक उपयोगी हो गया। फिलहाल उनके चैनल के 251 सब्सक्राइबर हैैं और 7000 से अधिक व्यूअर। अध्यापन के लिए वाट्सएप ग्रुप भी है। प्रधानाध्यापिका प्रतिदिन सुबह घंटे भर की सामान्य ज्ञान की भी कक्षाएं चलाती हैैं।
हरियाली का दायरा भी बढ़ा
हेतापट्टी की ग्राम प्रधान मधु सिंह प्रभारी प्रधानाध्यापिका की अनूठी पहल से गदगद हैैं। कहती हैैं कि श्वेता की तैनाती वर्ष 2007 से हैं और बहुत कुछ बदलाव दिख रहा है। गांव के लोगों को साथ जोड़कर वह (श्वेता) बदलाव लाने की पहल कर रही हैैं। विद्यालय व आसपास के क्षेत्र में हरियाली का दायरा भी बढ़ा है।